एमएस धोनी और अन्‍य भारतीय क्रिकेटरों में क्‍या फर्क है, पूर्व कोच चैपल ने किया खुलासा

Greg Chappell on MS Dhoni: एमएस धोनी के शुरूआती राष्‍ट्रीय कोच रहे ग्रेग चैपल ने यह भी बताया कि ऐसी क्‍या खूबी है, जो 39 साल के पूर्व कप्‍तान को कई अन्‍य भारतीय क्रिकेटरों जुदा करती है।

greg chappell and ms dhoni
ग्रेग चैपल और एमएस धोनी 
मुख्य बातें
  • पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल ने एमएस धोनी की जमकर तारीफ की
  • चैपल ने कहा कि धोनी सबसे प्रभावी युवा खिलाड़ी थे, जिसके साथ मैंने काम किया
  • एमएस धोनी ने शनिवार को अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा की

नई दिल्‍ली: टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की है। चैपल ने कहा कि एमएस धोनी सबसे प्रभावी युवा खिलाड़ी थे, जिनके साथ उन्‍होंने काम किया। बता दें कि एमएस धोनी ने शनिवार को अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा की। एमएस धोनी भारत के सबसे सफल कप्‍तानों में से एक हैं और वह आईसीसी की तीनों ट्रॉफी (टी20 वर्ल्‍ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और वनडे वर्ल्‍ड कप) जीतने वाले दुनिया के इकलौते कप्‍तान हैं।

2004 में टीम इंडिया के लिए डेब्‍यू करने वाले एमएस धोनी के शुरूआती समय में ग्रेग चैपल राष्‍ट्रीय कोच थे। चैपल ने बताया कि एमएस धोनी में ऐसी क्‍या खूबी थी, जो उनको कई अन्‍य भारतीय क्रिकेटरों से अलग करती थी। चैपल ने मुंबई मिरर के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा, 'महान के बाद एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े स्‍टार रहे क्‍योंकि कपिल देव जैसे वह प्रामाणिक और उच्‍च बुद्धिमान थे। धोनी बहुत आम तरह रहते थे। वह कभी झूठी नर्मी नहीं दिखाते थे। अगर उन्‍हें लगा कि कुछ करना है, तो वो उसे कहने में हिचकिचाते नहीं थे। वह अपनी क्षमताओं के हिसाब से काम करते थे।'

एमएस धोनी से पहली मुलाकात

16 साल पहले धोनी ने शानदार बल्‍लेबाजी और मैच विजयी पारी खेलकर फैंस का ध्‍यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। उनके रहते सीमित ओवर क्रिकेट में भारतीय टीम लक्ष्‍य का सफल पीछा करने लगी। ऑस्‍ट्रेलियाई दिग्‍गज ने बताया कि उनकी धोनी के साथ पहली मुलाकात कैसे थी। वह धोनी की बल्‍ले के साथ ताकत देखकर आश्‍चर्यचकित हो गए थे, लेकिन लक्ष्‍य का पीछा करते समय उनके गणित ने ज्‍यादा प्रभावित किया था। पूर्व भारतीय कोच ने कहा, 'भारतीय टीम जिस तरह वनडे क्रिकेट खेलती थी, उसे दोबारा आकार में लाने की शुरूआत मैंने राहुल द्रविड़ के साथ की। हम देख सकते थे कि एमएस धोनी सबसे लक्ष्‍य रखने या पीछा करने में सबसे खतरनाक टीमों के प्रमुख बल्‍लेबाज बन सकते हैं।'

पहले भी चैपल कह चुके हैं कि उन्‍होंने किस तरह विकेटकीपर बल्‍लेबाज को बल्‍ले से ज्‍यादा ताकत और प्रतिभा दिखाने के लिए कहा था। उन्‍होंने कहा कि एमएस धोनी दबाव में इतना शांत रहते थे कि ऐसा लगता था कि वह जानबूझकर अपनी सीमाएं धकेलना चाहते हैं। चैपल ने लिखा, 'दबाव कभी धोनी पर हावी नहीं हुआ। ऐसा लगता है कि वह दबाव पर हावी होते हैं। ऐसे समय रहे जब मैं सोचता रह गया कि वो अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए कहीं रन-रेट बढ़ने की अनुमति खुद को न दे दे। वह जीत दिलाने में दुर्लभ ही नाकाम होते थे।'

पता हो कि ग्रेग चैपल के कोचिंग कार्यकाल को भारतीय क्रिकेट का काला अध्‍याय माना जाता है। इसके अलावा ग्रेग चैपल को सौरव गांगुली का करियर बर्बाद करने के लिए भी याद रखा जाता है।

बहरहाल, अपनी अलग स्‍टाइल के कारण कैप्‍टन कूल के नाम से मशहूर एमएस धोनी भारत के सबसे चहेते क्रिकेटरों में शामिल हैं। अपने ट्रेडमार्क स्‍टाइल में धोनी ने अपने करियर की हाइलाइट्स का एक वीडियो इंस्‍टाग्राम पर पोस्‍ट किया और कैप्‍शन लिखा, 'हमेशा आपके प्‍यार और समर्थन के लिए शुक्रिया। 1929 घंटे से मुझे रियाटर समझएिगा।'

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