नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम को शनिवार को विश्व कप 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में आखिरी ओवर में 6 विकेट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 50 ओवर नें 7 विकेट पर 277 रन का स्कोर खड़ा किया था। ऐसे में जीत के लिए मिले 278 रन के लक्ष्य को 3 गेंद और 6 विकेट शेष रहते आखिरी ओवर में हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
गेंदबाजों को नहीं मिला फील्डर्स का साथ, ऑस्ट्रेलिया ने की अच्छी शुरुआत
हार के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान भारतीय कप्तान मिताली मुकाबले में हार की वजह बताते हुए कहा, मुझे लगता है कि जब आप मैच हार जाते हैं तो आपको हमेशा लगता है कि 10-15 रन कम पड़ गए। लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने शुरुआत की, वो जरूरी रन रेट से कहीं आगे थे। हमारे फील्डर्स ने गेंदबाजों का साथ नहीं दिया जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। संभवत ये उन दिनों में से एक था जब आपके गेंदबाज अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे लेकिन पिछले चार-पांच मैचों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
बिगबैश में खेलने की वजह से बढ़ी प्रतिद्वंद्विता
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हमेशा कड़ा मुकाबला होता है इसकी क्या वजह है तो इसके जवाब में मिताली ने कहा, इसका बहुत कुछ हमारी टीम की कई खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में लीग क्रिकेट खेलने से लेना हैं। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और वो अनुभव काम आता है।
बल्लेबाजी में हुआ सुधार-गेंदबाजी में बाकी
भारतीय टीम टूर्नामेंट में मैच दर मैच अच्छा प्रदर्शन कर रही है, इस लिहाज से आज के प्रदर्शन को आप किस तरह देखती हैं? तो इसके जवाब में मिताली ने कहा, अपनी बल्लेबाजी में हम सुधार करना चाहते थे जो कि हमने किया, गेंदबाजी में हमारे लिए परेशानियां बनी हुई हैं। अगले दो मुकाबले हमारे लिए अहम हो गए हैं उन दोनों मैचों में हमें सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। हम खुद को ऐसी स्थिति में ले आए हैं जहां बाकी के मुकाबले करो या मरो वाले हो गए हैं। जिनमें हमें जीत हासिल करनी ही होगी।
मिताली ने ऑक्लैंड में भारतीय महिला टीम का समर्थन करने स्टेडियम में आए दर्शकों को धन्यवाद देते हुए कहा, जो भारतीय आज हमारा समर्थन करने आए थे उनसभी का शुक्रिया।
झूलन जैसे मुकाम पर पहुंचने के लिए करनी पड़ती है कड़ी मेहनत
झूलन गोस्वामी के दो सौ वनडे मैच पूरे करने के बारे में मिताली ने कहा, उनके जैसी खिलाड़ी सालों से मैदान में हमारे लिए अपना अनुभव लेकर आती हैं। एक तेज गेंदबाज के लिए 200 से ज्यादा मैच खेलना एक बड़ी उपलब्धि है। ऐसा करने के लिए बहुत सारे अनुशासन की जरूरत होती है। वो आज जिस मुकाम पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। वो निश्चित तौर पर भारत में बहुत सी युवा लड़कियों के लिए आदर्श हैं।
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