कराची: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज हसन अली और उनका क्रिकेट बोर्ड इस समय बेहद अजीब स्थिति के बीच फंस गए हैं। दरअसल, हसन अली को अपने इलाज के लिए विदेश जाना है लेकिन वैश्विक यात्रा प्रतिबंधों के कारण वो ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पास भी हसन अली की समस्या का हल मौजूद नहीं है।
हसन अली काफी समय से पीठ की चोट से परेशान हैं। इसके इलाज के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उनको विदेश भेजने वाला था लेकिन अब उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पीसीबी के मेडिकल बोर्ड के प्रमुख डॉ. सोहेल सलीम ने पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल पर कहा कि बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों से सलाह करने के बाद इसके इलाज के बारे में पूछा है। यात्रा प्रतिबंध समाप्त होने पर हसन को भेजने का निर्णय लिया जाएगा।
सर्जरी ही है स्थायी समाधान
ये पाकिस्तानी तेज गेंदबाज विश्व कप 2019 के बाद से अब तक पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाया है। वो फरवरी में पाकिस्तान सुपर लीग के कुछ मुकाबले खेलने जरूर मैदान पर उतरे थे लेकिन इस दौरान फिर से उनके पीठ में दर्द होने लगा था। उन्होंने कहा कि पिछले साल सितंबर में भी हसन ने पीठ दर्द की समस्या थी और यह स्पष्ट था कि उन्हें अब इसके लिए स्थायी उपचार की जरूरत है। डॉ. सलीम ने कहा, ‘‘रिहैब और थेरेपी एक विकल्प है। इसका स्थायी समाधान सर्जरी से होगा।’’
भारत के खिलाफ अंतिम मैच
आखिरी बार हसन अली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के खिलाफ मैदान पर उतरे थे। मैनचेस्टर में खेले गए उस महामुकाबले में हसन अली ने रोहित शर्मा के रूप में एक अहम विकेट लिया था लेकिन तब तक रोहित शर्मा पाकिस्तान की लय बिगाड़ चुके थे। रोहित ने उस मैच में 140 रनों की पारी खेली थी और भारत ने बारिश से प्रभावित वो मैच 89 रनों से जीता था। हसन अली उस मैच में काफी महंगे साबित हुए थे उन्होंने 9 ओवर में 84 रन लुटाए थे। हसन अली का पिछले ही साल 20 अगस्त को निकाह हुआ था।
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