आज भारत में रक्षा बंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और लंबी आयु की कामना करती हैं। भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वादा करते हैं। यह त्योहार भारतीय क्रिकेटर्स के लिए भी खास है। वहीं, कई स्टार क्रिकेटर्स की जिंदगी में तो बहन ने बेहद अहम भूमिका निभाई है। आइए, रक्षा बंधन के मौके पर उन तीन खिलाड़ियों की बारे में जानते हैं, जिनकी सफलता के पीछ बहन का बड़ा हाथ रहा।
सचिन तेंदुलकर और सविता
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में नई ऊंचाइयों को छुआ। उन्होंने तमाम बड़े रिकॉर्ड ध्वस्त किए और नए कीर्तिमान रचे। हालांकि, सचिन के लिए बचपन में बहन सविता द्वारा दिया गया एक गिफ्ट हमेशा खास रहा, जिसे वह कभी नहीं भूले। दरअसल, यह गिफ्ट कश्मीरी विलो बैट था। सचिन ने संन्यास के समय भी बहन के इस बैट का जिक्र किया था। सचिन ने कई मर्तबा अपनी सफलता का श्रेय सविता को दिया। गौरतलब है कि सविता, सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर की पहली पत्नी की बेटी हैं।
एमएस धोनी और जयंती
विश्व कप विजेता कप्तान एमएस धोनी ने कड़े संघर्ष के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री की थी। धोनी के पिता की ख्वाहिश थी कि बेटा क्रिकेटर नहीं बल्कि कुछ और करे। लेकिन किस्मत में जो होता है, उसे कौन टाल सकता है। धोनी को अपने घर में बहन जयंती का साथ मिला और उन्होंने सफलता के झंडे गाड़ दिए। जयंती ने स्कूल के दिनों में अपने भाई की खेल में डटे रहने की हिमायत की। उन्होंने पिता के विरुद्ध जाकर धोनी का साथ दिया, जिससे माही को खूब हौसला।
विराट कोहली और भावना
पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली अपने बड़ी बहन भावना के करीब हैं। भावना ने कोहली को शुरुआत से काफी सपोर्ट किया है। कोहली जब 18 वर्ष के थे तो उनके पिता का निधन हो गया था। ऐसे में भावना ने कोहली को टूटने नहीं दिया बल्कि मजबूत हौसले का साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। बहन और मां की कोशिशों से कोहली का क्रिकेटर बनने का ख्वाब पूरा हुआ। कोहली ने कामयाबी मिलने के बाद कई बार अपनी बहन के योगदान का जिक्र कर चुके हैं।
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