भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट का नतीजा भारत के पक्ष में रहा। भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों से हराकर सीरीज में बराबरी कर ली। इस मैच के बाद एक विवाद ने भी जन्म ले लिया। चेन्नई में पिच को अपने हिसाब से तैयार करवाने को लेकर भारत पर सवाल उठाए जाने लगे। इस पर सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज हो गई। तो मैच के हीरो रविचंद्रन अश्विन सामने आए और अपने अंदाज में इस पर करारा जवाब दिया।
भारत द्वारा मददगार पिचें तैयार करने पर छिड़ी बहस के बीच रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेटप्रेमियों और भारत के क्रिकेट समुदाय से अनुरोध किया है कि इस तरह के आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करें। ये पूछने पर कि क्या इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया की टीमों को यह स्वीकार कर लेना चाहिये कि टर्न लेती पिचों पर वे अच्छी स्पिन गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाते, अश्विन ने कहा, ‘‘आखिर में तो इन सब बातों से परेशान हम हो रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी को राय रखने का अधिकार है और जो भी राय दे रहा है, यह उसका हक है। हम इस पर तवज्जो दे रहे हैं और देख रहे हैं कि यह काम कर रहा है या नहीं। एक क्रिकेट समुदाय या एक देश के रूप में इस तरह के आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करना चाहिये। हमें गर्व से कहना चाहिये कि हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं।’’
विदेशी पिचों को लेकर कोई शिकायत नहीं करता
अश्विन ने कहा कि भारतीय टीम की भी पिचों के बारे में राय हो सकती है लेकिन विदेशी हालात में किसी खिलाड़ी या पूर्व दिग्गजों ने सीम लेती विकेटों को लेकर शिकायत नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के क्रिकेट विशेषज्ञ क्या बोलते हैं , उससे मुझे कोई परेशानी नहीं है क्योंकि हम भी विदेश दौरे पर अपनी राय रखेंगे। लेकिन हम कभी शिकायत नहीं करते।’’
उन्होंने कहा ,‘‘मैने कभी अपने महान खिलाड़ियों को शिकायत करते नहीं देखा । चाहे हमारे कोच रवि शास्त्री हों या सुनील गावस्कर । इन्होंने कई दौरे किये और पिच पर घास होने की बात कही लेकिन शिकायत नहीं की।’’ अश्विन ने किसी इंग्लिश पूर्व खिलाड़ी का नाम नहीं लिया लेकिन वह पूर्व कप्तान माइकल वॉन की बात कर रहे थे।
हमे लोगों की राय का सम्मान करना चाहिए
उन्होंने कहा ,‘‘ हमें लोगों की राय का सम्मान करना चाहिये लेकिन उसका बेहतर तरीके से विरोध भी करना आना चाहिये ।’’ उन्होंने कहा कि लोग कई बार गैर जरूरी सलाह देते रहते हैं और पांच साल में यही हुआ जब वह बल्ले से अच्छा नहीं खेल सके। अश्विन ने कहा, ‘‘भारत में हमें तरह तरह की राय मिलती है लेकिन कई बार यह गैर जरूरी भी होती है । मुझे मदद की जरूरत थी तो मैने बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ से ली।’’
इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर सवाल उठाए
उन्होंने कहा , ‘‘मैंने कभी सोचा नहीं था कि ये कहूंगा लेकिन कह देता हूं। दो महीने पहले कैमरन ग्रीन ने आस्ट्रेलिया के लिये पदार्पण किया । उसके पदार्पण से पहले उसे आने वाली पीढी का सितारा मान लिया गया । उसने भारत के खिलाफ पूरी श्रृंखला में 150 रन बनाये और एक विकेट भी नहीं लिया। लेकिन उसे लेकर कितनी हाइप बना दी गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे समझ में नहीं आता कि यहां खिलाड़ियों में गलतियां क्यों ढूंढने लग जाते हैं । ऋषभ पंत हमेशा से अच्छा क्रिकेटर था और उसमें सुधार होना ही था । इसके लिये उसकी हौसलाअफजाई की जरूरत है ।पंत को बदलने की जरूरत नहीं है लेकिन उसका आकलन करने वालों को बदलना होगा । गलतियां ढूंढने पर खिलाड़ी को और समय लग जायेगा । यह मानसिकता का सवाल है और हमें स्वीकार करना होगा कि वह कितना उम्दा क्रिकेटर है।’’
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