नई दिल्लीः बुधवार को हैमिल्टन में टीम इंडिया और मेजबान न्यूजीलैंड के बीच खेले गए वनडे सीरीज के पहले मैच में मेजबान टीम अलग रूप में नजर आई। टी20 सीरीज गंवाने के बाद न्यूजीलैंड ने 50 ओवर फॉर्मेट में जोरदार वापसी की और रनों के अंबार के बीच 4 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। भारत ने श्रेयस अय्यर (103) के दम पर 4 विकेट खोकर 347 रन बनाए थे जबकि जवाब देने उतरी कीवी टीम ने अपने सबसे अनुभवी खिलाड़ी रॉस टेलर (नाबाद 109) के दम पर 48.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। शतक के बाद रॉस टेलर ने एक बार फिर अपने ही अंदाज में जीभ निकालकर जश्न मनाया। आइए जानते हैं कि वो ऐसा क्यों करते हैं।
टेलर की धुआंधार पारी
रॉस टेलर ने 84 गेंदों पर 109 रनों की धुआंधार पारी खेली जिस दौरान उनके बल्ले से 4 छक्के और 10 चौके निकले। इस 35 वर्षीय बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और अंत तक पिच पर टिके रहे। इससे पहले टी20 सीरीज के पहले मैच में नाबाद 54 रन और अंतिम टी20 मैच में भी उन्होंने 53 रनों की पारी खेलकर दिखाया था कि उनके ऊपर उम्र का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
क्यों निकालते हैं जीभ?
रॉस टेलर जब भी शतक जड़ते हैं तो उनके जश्न का अंदाज निराला होता है। वो बल्ला और हेल्मेट ऊपर उठाने के साथ-साथ अपनी जीभ भी बाहर निकालते हैं और ये सिलसिला सालों से चला रहा है। आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? रॉस टेलर ने पांच साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में दोहरा शतक जड़ा था। उस मैच की दूसरी पारी में उन्होंने 290 रनों की पारी खेली थी। उस पारी के बाद टेलर से पूछा गया था कि आखिर जीभ निकालने के पीछे की वजह क्या है, तो टेलर ने इसका पूरा खुलासा किया था। दरअसल, 2007 में जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना दूसरा वनडे शतक जड़ा था, तब कई बार फील्डर्स ने उनके कैच छोड़े थे। जब-जब कैच छूटता था तो उनकी जीभ बाहर निकल आती थी और ये उनकी बेटी मैकेंजी को काफी अच्छा लगता था। इसलिए हर बार शतक के बाद जीभ निकालकर वो अपनी बेटी को खुश करने के लिए ऐसा करने लगे।
बेटे का भी वही अंदाज !
रॉस टेलर ने जुलाई 2014 में एक ट्वीट भी किया था जिसमें उनके बेटे जोंटी की तस्वीर थी। उस तस्वीर में जोंटी भी टेलर के परिचित अंदाज में जीभ निकालते नजर आए थे। टेलर ने उस ट्वीट के साथ लिखा था, 'जैसा पिता, वैसा बेटा- जोंटी'।
रॉस टेलर जल्द ही वो अनोखे क्रिकेटर बनने वाले हैं जिन्होंने 100 टी20, 100 वनडे और 100 टेस्ट खेलने का कमाल किया है। वनडे (229) और टी20 (100) में तो वो ये आंकड़ा पूरा कर चुके हैं, बस टेस्ट क्रिकेट (99) में वो इस अनोखे शतक से बस एक मैच दूर हैं। साल 2006 में अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले टेलर अब तक टेस्ट क्रिकेट में 19 शतकों के दम पर 7174 रन, 229 वनडे में 21 शतक के दम पर 8485 रन और 100 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 7 अर्धशतक जड़ते हुए 1909 रन बना चुके हैं।
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