एक तरफ जहां अभी विराट-बीसीसीआई विवाद अभी थमा नहीं है, वहीं दूसरी तरफ एक नया विवाद खड़ा हो गया है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई है। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसने नई बहस छेड़ दी है। उनके इस बयान के बाद पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम ने तो ये तक कह दिया है कि ऐसी बातों से टीम का माहौल अच्छा नहीं रह सकता है।
दरअसल, रविचंद्रन अश्विन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है कि वो रवि शास्त्री से निराश थे क्योंकि शास्त्री ने अपने एक बयान में कह दिया था कि भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव विदेशी जमीन पर भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। उस बयान के संदर्भ में अश्विन ने ताजा बयान में कहा कि, "मैं रवि भाई का बहुत सम्मान करता हूं, हम सब करते हैं। लेकिन उस बयान से मैं पूरी तरह टूट गया था। हम जानते हैं कि साथी खिलाड़ियों की सफलता पर हमको खुश होना चाहिए और मैं कुलदीप के लिए खुश भी था। मैं ऑस्ट्रेलिया में 5 विकेट नहीं ले सका लेकिन कुलदीप ने लिए हैं। मुझे पता है कि ये कितना बड़ा है।"
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मैंने परिवार से बातचीत की और खुशियों में शामिल हुआ
अश्विन ने आगे कहा, "इसके बाद मैं अगर उसकी खुशियों व टीम की सफलता की खुशी में शामिल होता हूं, मुझे ऐसा अहसास भी दिलाया जाना चाहिए कि मैं भी इसका हिस्सा हूं। अगर मुझे 'बस के नीच फेंक' दिया जाता है तो ऐसे में मैं कैसे टीम या साथी खिलाड़ी की खुशी को मना पाऊंगा? मैं अपने कमरे में वापस आया और अपनी पत्नी से बातचीत की। उसके बाद मैं भी खुशी में शामिल हुआ क्योंकि वो एक विशाल जीत थी।"
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सबा करीम और निखिल चोपड़ा ने अश्विन के बयान पर ये प्रतिक्रिया दी
अश्विन के बयान को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सबा करीम ने कहा, "बहुत मुश्किल होता है टीम का माहौल अच्छा रखना जब इस तरह की बातें सामने आती हैं (अश्विन का शास्त्री पर बयान)। राहुुल द्रविड़ की अब भूमिका अहम रहेगी। ऐसे हालातों के बीच कप्तान को दबाव में नहीं डाला जाना चाहिए।" वहीं एक अन्य पूर्व भारतीय क्रिकेटर निखिल चोपड़ा ने कहा, "शास्त्री ने कुलदीप को विदेशी पिच पर सर्वश्रेष्ठ स्पिनर करार दिया था। हां, आपको कई बार खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए ये सब कहना होता है, लेकिन आपको ये भी सुनिश्चित करना चाहिए कि इससे टीम के बाकी खिलाड़ियों को दुख ना पहुंचे। अश्विन जरूर निराश होंगे। आप सभी खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग रवैया नहीं अपना सकते।"
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