मुंबई: विराट कोहली ने शनिवार को टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देकर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-2 की शिकस्त के बाद कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने की घोषणा की। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली को सफल कप्तानी पर शुभकामनाएं दी हैं। सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, 'विराट कोहली बतौर कप्तान सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं। आपने हमेशा टीम के लिए 100 प्रतिशत दिया और आप हमेशा देंगे। आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं।'
टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ते हुए विराट ने एमएस धोनी को विशेष तौर पर शुक्रिया कहा है। ये सात साल की कड़ी मेहनत, लगन और कठोर परिश्रम का नतीजा है। मैंने हर रोज टीम को सही दिशा में पहुंचाने की कोशिश की। इस दौरान मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ किया और अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी। हर सफर कहीं ना कहीं एक दिन खत्म होता है।
मेरे भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में सफर यहीं समाप्त होता है। कप्तानी के इस सफर में बहुत से उतार-चढ़ाव आए लेकिन मेरे प्रयास और विश्वास में कहीं कोई कमी नहीं आई। मैंने इस दौरान जो कुछ किया उसमें अपनी ओर से 120 प्रतिशत योगदान देने की कोशिश की। अगर मैं ऐसा नहीं सकता हूं तो समझता हूं कि ये मेरे लिए सही नहीं है। मेरे दिल में पूरी साफगोई है और मैं अपनी टीम के लिए बेईमान नहीं हो सकता।
मैं इतने लंबे समय कर देश का नेतृत्व का मौका देने के लिए बीसीसीआई का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं टीम के साथी खिलाड़ियों का खासतौर पर शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने पहले दिन से मेरे विजन को पूरा करने में मदद की। उन्होंने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया और कभी हथियार नहीं डाले।
आप लोगों ने मेरे कप्तानी के सफर को खूबसूरत और यादगार बनाया। हमारी गाड़ी को रवि भाई और उनका सपोर्ट स्टाफ इंजन की तरह टेस्ट क्रिकेट में लगातार ऊंचाई पर ले गया। इस सपने को हकीकत में तब्दील करने में आप सभी का बड़ा योगदान रहा। अंत में एमएस धोनी का बहुत-बहुत शुक्रिया जिन्होंने बतौर कप्तान मुझपर भरोसा जताया और पाया कि मेरे अंदर भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने की क्षमता है।
विराट कोहली के हाथों में भारतीय टेस्ट टीम की कमान साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच मिली थी। विराट कोहली ने जब टीम इंडिया की कमान संभाली थी तब टेस्ट रैंकिग में वो सातवें स्थान पर थी। लेकिन विराट ने अपनी शानदार कप्तानी के बल पर भारत को दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बनाया। पिछले पांच साल से भारतीय टीम रैंकिंग में पहले पायदान के इर्दगिर्द घूम रही है और हर साल आईसीसी की टेस्ट मेज हासिल कर रही है। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 68 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 40 में टीम को जीत मिली और 17 में हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान 11 मैच बराबरी पर समाप्त हुए। विराट की कप्तानी में भारतीय टीम का जीत प्रतिशत 58.82 रहा।
सौरव गांगुली और एमएस धोनी टेस्ट जीत के मामले में विराट से कहीं पीछे हैं। धोनी ने 60 मैच में भारत की कप्तानी की जिसमें से 27 में जीत मिली। वहीं गांगुली ने 49 टेस्ट मैच में कमान संभाली और 21 में जीत दिला सके। विराट कोहली के 7 साल लंबे टेस्ट कप्तानी करियर में भारत ने घरेलू सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई। विराट की कप्तानी में भारत ने घर पर 11 टेस्ट सीरीज खेली और सभी में जीत हासिल की। विराट की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज जीती।
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