वो भले ही सर्वकालिक महान लेग स्पिनर रहे हों लेकिन दिवंगत शेन वॉर्न खेल विज्ञान में विश्वास नहीं रखते थे। इस दिग्गज आस्ट्रेलियाई ने अपने आकस्मिक निधन से पहले एक साक्षात्कार में इसका खुलासा किया था। वॉर्न ने अपने 15 साल के शानदार करियर में 145 टेस्ट में 708 विकेट लिये तथा लेग स्पिन गेंदबाजी की कला को पुनर्जीवित करने का श्रेय उन्हें जाता है। वार्न का शुक्रवार को थाईलैंड में 52 साल की उम्र में निधन हो गया था।
वॉर्न ने ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल प्रबंधक एंज पोस्टेकोग्लू से कहा था कि वह खेल विज्ञान के प्रशंसक नहीं थे और उन्होंने केवल एक बार बर्फ स्नान किया था। वार्न ने पोस्टकोग्लू से कहा था, ‘‘मैं अक्सर सोचता हूं कि मैं इसे कैसे अपना पाऊंगा। जब मैं तरोताजा रहता था तो अच्छा महसूस करता था। मैं खेल विज्ञान से जुड़ी चीजों का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज के तामझाम को देखकर जिसे मैंने मुख्य कोच रहते हुए महसूस किया है। इन सब चीजों के साथ काम करते हुए मैंने कहा कि यह सब ठीक है लेकिन खेल का अहसास कहां है। मुझे खेल विज्ञान के हिसाब से चलने में थोड़ा परेशानी होती है।’’
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वॉर्न ने कहा कि उन्होंने केवल एक बार बर्फ स्नान किया और वह भी शारजाह की गर्मी में जहां तापमान 56 डिग्री सेल्सियस चला गया था। उन्होंने कहा, ‘‘(एक खिलाड़ी के रूप में) मैंने केवल एक बार बर्फ स्नान किया। तापमान 56 डिग्री तक चला गया था। गर्मी इतनी थी कि मैच रोक देना चाहिए था। इसके बाद हमने बर्फ स्नान किया और कुछ साथियों ने उसमें बीयर उड़ेल दी थी। यह बर्फ स्नान में बीयर होने जैसा था।’’
शेन वॉर्न का निधन थाईलैंड के एक विला में निधन हो गया था जहां वो रह रहे थे। पिछले काफी समय से अपना वजन कम करने में जुटे वॉर्न ने निधन से चार दिन पहले अपने एक पोस्ट में खुलासा किया था कि वो जुलाई तक पुराने शेप में आना चाहते हैं।
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