ENG vs PAK 2nd T20I: पाकिस्तान के पूर्व धाकड़ तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) पिछले काफी समय से कई बार अपने यू-ट्यूब चैनल पर पाकिस्तानी क्रिकेट टीम पर अपनी भड़ास निकाल चुके हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद अब पाक टीम टी20 सीरीज में भी हार की दहलीज पर पहुंच चुकी है। पहले टी20 मैच में उन्हें बारिश ने बचा लिया लेकिन दूसरे टी20 में बड़ा स्कोर खड़ा करने के बावजूद गेंदबाजों ने लुटिया डुबो दी और पाकिस्तानी टीम ने 5 विकेट से मैच गंवा दिया। हार के बाद एक बार फिर शोएब अख्तर अपनी टीम की क्लास लगाने सामने आए और इस बार वो आलोचनाओं में काफी आगे तक निकल गए।
सबसे पहले आपको बता दें कि रविवार को खेले गए दूसरे टी20 मैच में हुआ क्या था। पाकिस्तानी टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और उन्होंने बाबर आजम (56 रन) और अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद हफीज (69 रन) के दम पर 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 195 रन बना डाले। स्कोर बड़ा था, जवाब में उतरी इंग्लिश टीम ने 66 रन पर लगातार दो विकेट भी गंवा दिए लेकिन डाविड मलान (नाबाद 54) और कप्तान इयोन मोर्गन (66) ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की खूब धुनाई की और इंग्लैंड को 19.1 ओवर में 5 विकेट पर ही जीत दिला दी।
शोएब अख्तर ने बाबर आजम और हफीज की बैटिंग की तो तारीफ की लेकिन उसके बाद वो भड़कना शुरू हो गए। उन्होंने कहा, 'यहां पर 230 तक रन बनने चाहिए थे लेकिन फिर भी इतना बुरा स्कोर नहीं था। गेंदबाजों ने फिर से निराश किया। वहाब रियाज जैसे गेंदबाज को आप ले गए हैं और उनको बिठाकर रखा है। मिस्बाह (कोच) सिर पकड़कर बैठा है। बाबर आजम खोए-खोए लग रहे हैं, कप्तान के पास आजादी नहीं। कप्तान को ही नहीं पता कि उसको कप्तान रहना भी है या नहीं। वो मैदान पर है लेकिन उसको पता ही नहीं क्या करना है। बाहर से पर्ची आना, अंदर वालों का समझाना, ऐसे नहीं होता। ब्रांड बनने की जरूरत है जैसे 90 के दशक में था।'
पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पाकिस्तानी गेंदबाजों, कप्तान और टीम मैनेजमेंट के चयन को लेकर भी खूब भड़ास निकाली। उन्होंने कहा, 'तगड़े लोग चाहिए, तगड़ा फैसला चाहिए। मीडिया से डरकर कब तक भागोगे। आपको ब्रांड बनाने की जरूरत है। खुदा के बंदों, क्या करे जा रहे हो। सब कंफ्यूज हैं, खिलाड़ी, कप्तान, टीम, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, मैनेजमेंट सब कंफ्यूज हैं। ऐसे टीम नहीं बनती यार। वो पुराने दिन कहां से ढूंढ के लाऊं। बोर्ड को हिम्मत दिखानी होगी।'
शोएब अख्तर ने टीम के साथ-साथ कोचिंग स्टाफ को भी लताड़ लगाई और कहा कि, 'ऐसे औसत लोगों को लाते रहोगे तो कैसे सफलता मिलेगी। यहां कोच और टीम के साथ जुड़े अन्य सपोर्ट स्टाफ के सदस्य कहते हैं कि हम अभी समझ रहे हैं, सीख रहे हैं, खिलाड़ी भी यही कहते हैं। अरे भई हमने आपको सिखाने के लिए रखा है, ना कि सीखने के लिए। आप लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं। आप तय करो कि आपको करना क्या है, किस तरफ जाना है। मुझे नौकरी नहीं चाहिए, मैं बहुत अच्छी जिंदगी काट रहा हूं। आपको अपनी टीम का भविष्य देखना है।'
पाकिस्तान की हालत किसी से छूपी नहीं है। वहां के खेलों व उससे जुड़ी सभी संस्थाओं का बुरा हाल है। शोएब अख्तर ने अपनी हताशा जताते हुए कहा, 'हॉकी का बुरा हाल हो चुका है, पाकिस्तान में सभी संस्थाओं तबाह हो चुकी हैं, अब ऐसे औसत लोग लाते रहोगे तो क्या हाल होगा आपका, यही होगा और क्या होगा।'
शोएब अख्तर ने कहा ये हार से संबंधित नहीं है, हार तो सबकी होती है। ये मुद्दा है मानसिकता की। शोएब के मुताबिक इंग्लैंड में कोरोना काल के दौरान जो बायो-बबल (जैविक सुरक्षित माहौल) तैयार किया हुआ है, वो बाया-इनसेक्योर बबल साबित होता दिख रहा है। टीम पूरी तरह से असुरक्षित नजर आ रही है। बड़े फैसलों की जरूरत है।
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