मैनचेस्टर। 7 August 2020: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 से लेकर अब तक, लगातार अनचाही चीजों की वजह से चर्चा में रहे हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ जब टीम मैनेजमेंट ने इंग्लैंड-पाकिस्तान मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान उनसे 12वें खिलाड़ी वाले काम कराए। यानी खिलाड़ियों के लिए पानी ले जाना और अन्य काम। पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर इस नजारे को देखकर भड़क गए और जमकर टीम मैनेजमेंट को सुना डाला।
मैच के दूसरे दिन गुरुवार को पाकिस्तानी पारी के 71वें ओवर में सरफराज 12वें खिलाड़ी की तरह ड्रिंक्स और बल्लेबाज के लिए जूते ले जाते हुए दिखाई दिए। इसके बाद अख्तर ने पूर्व कप्तान से ऐसा करवाने पर टीम प्रबंधन की कड़ी आलोचना की।
आपने उन्हें जूते उठाने वाला बना दिया
पाकिस्तान क्रिकेट ने अख्तर के हवाले से कहा, मुझे ये तस्वीर देखकर बिल्कुल अच्छी नहीं लगी। अगर आप कराची के लड़के को आदर्श बनाना चाहते हैं तो यह गलत है। आप एक पूर्व कप्तान, जिसने चार साल तक टीम की कप्तानी की है और पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है आप उसके साथ ऐसा नहीं कर सकते। आपने उन्हें जूते पकड़ने वाला बना दिया है। सरफराज ने जूते उठा भी लिए थे तो उन्हें रोकना चाहिए था। ये बहुत ही निराशाजनक है। मैंने तो कभी वसीम अकरम से जूते नहीं उठवाए।
ये दिखाता है कि..
उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि सरफराज कितना कमजोर आदमी है। इसने कप्तानी भी ऐसे ही की है। ये बल्लेबाजी भी नहीं करता था। अच्छा आदमी था तभी तो लोगों ने इसका फायदा उठाया। मैं ये नहीं कह रहा कि जूते ले जाना कोई गलत काम है लेकिन पूर्व कप्तान ऐसा नहीं कर सकता है।
कोच मिस्बाह ने दी ये सफाई
पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने कहा, मुझे नहीं लगता कि सरफराज को भी इससे कोई परेशानी हुई होगी। यहां तक कि मैं जब कप्तान था तो मैं भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रिंक्स लेकर मैदान पर गया था। हालांकि मैं उस मैच में खेला नहीं था उस मैच में मैं 12वां खिलाड़ी था।
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