शुभमन गिल वैसे तो सारे ‘क्लासिकल शॉट्स’ खेलने में माहिर हैं लेकिन चोट के कारण राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रहते हुए उन्होंने कुछ नये शॉट्स पर काम किया है और इंडियन प्रीमियर लीग में गुजरात टाइटंस के लिये खेलते समय वह इसकी बानगी पेश करने को बेताब हैं।
21 साल के शुभमन गिल ने पीटीआई को दिये विशेष साक्षात्कार में विभिन्न विषयों पर बात की जिसमें टी20 क्रिकेट में उनका स्ट्राइक रेट, बल्लेबाजी का पसंदीदा क्रम और टी20 विश्व कप शामिल है।
- इंटरव्यू
प्रश्न : चार सत्र कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेलने के बाद गुजरात के लिये खेलते हुए क्या बदलाव करने पड़े?
उत्तर : किसी टीम द्वारा रिटेन किया जाना खास है लेकिन मैने सामंजस्य को लेकर ज्यादा सोचा नहीं । अब मैं गुजरात टाइटंस टीम में हूं और यह नयी टीम है । मेरे लिये यह बड़ी चुनौती होगी और आशु भाई (मुख्य कोच आशीष नेहरा) और गैरी कर्स्टन (मेंटोर) के साथ काम करने में मजा आयेगा । मैने उनसे बात की है और मुझे यकीन है कि एक टीम के रूप में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
प्रश्न : तीसरे सत्र में आपने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में खेला लेकिन जरूरत पड़ने पर क्या क्रम में बदलाव के लिये तैयार हैं ?
उत्तर : मैने आईपीएल कैरियर की शुरूआत केकेआर के लिये छठे सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए की थी । पहले साल (2018) में मैने छठे नंबर पर बल्लेबाजी की और 14 मैचों में शायद एक ही बार पारी की शुरूआत की । उस सत्र में एक बार चौथे नंबर पर उतरा था । दूसरे सत्र में मैने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी की और तीसरे सत्र में पारी की शुरूआत की । मुझे शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी पसंद है लेकिन टीम की जरूरत हुई तो किसी और क्रम पर भी खेलने को तैयार हूं।
प्रश्न : क्या चोट के कारण मिले ब्रेक से बल्लेबाजी के किसी पहलू पर काम करने का मौका मिला?
उत्तर : मैने एनसीए पर बल्लेबाजी पर काम किया । मुझे अपनी बल्लेबाजी पर काम करने का मौका मिला और मैने कुछ नये शॉट सीखे । मैने एनसीए के कोचों के साथ अपनी तकनीक पर काफी काम किया।
प्रश्न : हम जिस शुभमन को जानते हैं , वह कॉपीबुक तकनीक पसंद करता है । क्या आईपीएल के इस सत्र में इसमें बदलाव देखने को मिलेगा या बल्लेबाजी की शास्त्रीय तकनीक पर ही अडिग रहने की कोई वजह है?
उत्तर : कोई वजह नहीं है । मेरी ताकत गेंदबाज को सिर के ऊपर से मारने की है और मैं उसी पर अडिग रहना चाहता हूं । लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे हर शॉट खेलना आना चाहिये और कुछ खास विकेटों पर अपने शॉट खेलना मुश्किल होता है । मैं अधिक से अधिक शॉट्स खेलना और मैदान के चारों ओर मारना सीख रहा हूं । इस आईपीएल में यह देखने को मिलेगा।
प्रश्न : आपका कैरियर स्ट्राइक रेट 124 प्लस है जिसका आलोचकों ने जिक्र किया है । क्या इसमें बदलाव का अतिरिक्त दबाव है?
उत्तर : मुझे लगता है कि आलोचना पर ध्यान नहीं देते हुए टीम की जरूरत पर फोकस करना चाहिये । मुझे हर परिस्थिति में खेलना आना चाहिये । अगर टीम को 160, 180 या 200 का स्ट्राइक रेट भी चाहिये होगा तो मुझे बनाना होगा । वहीं अगर 110 के स्ट्राइक रेट से खेलना है तो वह भी आना चाहिये।
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