मुंबई: दक्षिण अफ्रीका के अंपायर अल्लाउद्दीन पालेकर ने भारत के खिलाफ जोहानिसबर्ग के वांडरर्स में चल रहे दूसरे मैच से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करते हुए अपने फैसलों से प्रभावित किया है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि उनका परिवार महाराष्ट्र के रत्नागिरी से जुड़ा है।
पालेकर मूल रूप से रत्नागिरी जिले खेड़ तहसील के शिव गांव के रहने वाले हैं। शिव गांव सरपंच दुर्वेश पालेकर ने बुधवार को पीटीआई से कहा, 'मैं भी पालेकर हूं। वह हमारे शिव गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता नौकरी के लिए दक्षिण अफ्रीका चले गये और बाद में वहां बस गये। अल्लाहुद्दीन का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ लेकिन उनका मूल गांव शिव है, जो खेड़ तहसील में है। पूरे गांव और ग्राम पंचायत को उन पर गर्व है। हमारे गांव का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चला गया है। हम बेहद खुश हैं।
2014-15 में रणजी में की थी अंपायरिंग
यही नहीं 44 वर्षीय पालेकर ने 2014-15 के घरेलू सत्र के दौरान मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में रणजी ट्राफी के एक मैच में अंपायरिंग की थी। पालेकर ने भारतीय अंपायर कृष्णमाचारी श्रीनिवासन के साथ मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच लीग चरण के मैच में अंपायरिंग की थी।
एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत मिला था मौका
मुंबई क्रिकेट संघ के वरिष्ठ अंपायर ने कहा, 'उन्होंने उस मैच में अंपायरिंग की थी तथा अंपायरों के आदान-प्रदान के कार्यक्रम के तहत भारत में एक और रणजी मैच में अंपायरिंग की थी।' पालेकर पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर हैं। उनके पिता जमालुद्दीन भी अंपायर थे।
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