नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रलिया के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच गुरुवार से सिडनी में खेला जाएगा। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मैदान पर अब तक कुल 12 टेस्ट मैच खेले गए हैं। जिसमें से टीम इंडिया को केवल 1 में जीत हासिल हुई लेकिन इससे इतर इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबले हमेशा सुर्खियां बटोरते रहे। इस बार भी 5 भारतीय खिलाड़ियों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल के कथित तौर पर उल्लंघन किए जाने की वजह से सिडनी में खेला जाने वाला मुकाबला चर्चा के केंद्र में है।
मंकी गेट विवाद की भेंट चढ़ा लगातार 16वीं जीत का जश्न
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड का नाम भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच के सबसे बड़े विवाद 'मंकी गेट' से भी जुड़ा है। साल 2008 में सिडनी में खेले गए मैच के दौरान ही हरभजन सिंह और एंड्रर्यू सायमंड्स के बीच विवाद के कारण मंकी गेट प्रकरण उपजा था। इस मैच में खराब अंपायरिंग के कारण भारतीय टीम को पांचवें दिन हार का सामना करना पड़ा था। पहली पारी में बढ़त हासिल करने के बावजूद टीम इंडिया जीत के लिए मिले 333 रन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी और 112 रन के अंतर से मैच गंवा दिया। ये ऑस्ट्रेलियाई टीम के लगातार 16वीं टेस्ट जीत थी इसके साथ ही रिकी पॉन्टिंग ने स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया द्वारा लगातार 16 जीत के बनाए रिकॉर्ड की बराबरी की थी। लेकिन जीत का जश्न मंकी गेट विवाद की भेंट चढ़ गया।
स्टीव वॉ की विदाई फीकी विदाई
साल 2004 में सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया सीरीज का चौथा टेस्ट स्टीव वॉ का विदाई टेस्ट था। इस टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर और भारतीय टीम ने वॉ की जीत के साथ विदाई के अरमान पर तो पानी फेर दिया था। लेकिन 6 जनवरी को मैच के पांचवें और आखिरी दिन साइमन कैटिच ने नाबाद 77* रन की पारी खेलकर स्टीव वॉ को हार के साथ विदा होने बचा लिया था। स्टीव वॉ ने भी अपनी आखिरी पारी में 80 रन बनाए थे और शतक से चूक गए। अनिल कुंबले ने उन्हें अपना शिकार बनाया था। जीत के लिए चौथी पारी में मिले 443 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट खोकर 357 रन बना लिए थे। इसी मैच में सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 241 रन की यादगार पारी खेली थी।
पॉन्टिंग ने 100वें टेस्ट में किया था डबल धमाल
6 जनवरी 2006 को रिकी पॉन्टिंग ने सिडनी में अपना 100वां टेस्ट मैच खेलते हुए इतिहास रचा था। इस मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़ा था और अपने 100वें टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के 451/9 रन के जवाब में खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया को पॉन्टिंग ने 120 रन की कप्तानी पारी खेलकर संभाला था। इसके बाद द. अफ्रीकी कप्तान ग्रीह्म स्मिथ ने पांचवें दिन 194/6 के स्कोर पर पारी घोषित करके ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 76 ओवर में 287 रन का लक्ष्य रखा था जिसे पॉन्टिंग के 159 गेंद में नाबाद 143 रन की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने हासिल करके 8 विकेट से 16 ओवर शेष रहते जीत दर्ज की थी।
1930 में ब्रैडमैन ने खेली थी सबसे बड़ी प्रथम श्रेणी पारी
6 जनवरी 1930 को सर डॉन ब्रैडमैन ने न्यू साउथ वेल्स की ओर से क्वींसलैंड के खिलाफ 452 रन की पारी खेली थी। यह उस दौर की सबसे बड़ी प्रथमश्रेणी पारी थी। उनके इस रिकॉर्ड को 1958-59 में पाकिस्तानी बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद ने 499 रन की पारी खेलकर तोड़ा था। जिसे आगे चलकर 1994 में ब्रायन लारा ने 21 साल की उम्र में 501 रन की पारी खेलकर अपने नाम किया।
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