'टीम इंडिया को इस बल्लेबाज पर भरोसा नहीं तो किसी और को आजमा ले', आखिर सुनील गावस्कर को क्यों कहनी पड़ी ये बात

क्रिकेट
भाषा
Updated Aug 03, 2021 | 11:16 IST

Sunil Gavaskar on Cheteshwar Pujara: चेतेश्वर पुजारा को पिछले समय से अपनी बल्लेबाजी के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। वह टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी अच्छी प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।

Cheteshwar Pujara ShubhMan Gill
शुभमन गिल के साथ चेतेश्वर पुजारा (फाइल फोटो)  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • पुजारा पिछले कुछ समय से आलोचना झेल रहे हैं
  • उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाए जा रहे हैं
  • पुजारा के सपोर्ट में दिग्गज गावस्कर उतरे हैं

मुंबई: महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने दबाव का सामना कर रहे चेतेश्वर पुजारा का एक छोर पर डटे रहने के लिए समर्थन किया है लेकिन कहा कि अगर भारतीय टीम को लगता है कि उनका खेलने का तरीका काम नहीं कर रहा है तो वह ‘किसी और’ को आजमा सकते हैं। मजबूत डिफेंस और तकनीक के लिए पहचाने जाने वाले पुजारा को खराब गेंदों पर रन नहीं बना पाने के कारण हाल के वर्षों में आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्हें हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान भी आलोचना की सामना करना पड़ा था।

'अगर टीम को उसके तरीके पर भरोसा नहीं है...'

गावस्कर ने सोमवार को वर्चुआल कांफ्रेंस के दौरान कहा, 'पुजारा ने एक निश्चित तरीके से खेलने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जगह बनाई है, उसे उस तरीके पर विश्वास रखना होगा। अगर टीम को उसके तरीके पर भरोसा नहीं है तो वे किसी और को आजमाने की सोच सकते हैं।' पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'लेकिन इस तरीके ने उसके लिए काम किया है, भारत के काम आया है। वह एक छोर पर डटा रहता है जबकि शॉट खेलने वाले खिलाड़ी के पास दूसरे छोर पर शॉट खेलने का मौका होता है क्योंकि उसे पता है कि एक छोर पर मजबूत खिलाड़ी खड़ा है।'

'पुजारा को अपने ऊपर विश्वास रखना होगा'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उसे अपने ऊपर विश्वास रखना होगा और उस तरीके से खेलना जारी रखना होगा जिसे वह सर्वश्रेष्ठ समझता है क्योंकि वर्षों से उसने भारत के लिए शानदार काम किया है।' पुजारा डब्ल्यूटीसी के दो साल के पिछले चक्र के दौरान एक भी शतक नहीं जड़ा पाए और इस दौरान 30 से कम की औसत से रन बनाए। पुजारा बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में शुरू हो रही पांच मैचों की श्रृंखला के दौरान खेलते नजर आएंगे। शुभमन गिल के चोट के कारण बाहर होने के बाद गावस्कर से पारी का आगाज करने के लिए लोकेश राहुल का समर्थन किया।

'लोकेश राहुल के नाम पर विचार करना चाहिए'

गावस्कर ने कहा, 'मुझे लगता है कि तीन दिवसीय मैच में शतक जड़ने के बाद पारी का आगाज करने के लिए उन्हें लोकेश राहुल के नाम पर विचार करना चाहिए। मयंक अग्रवाल ने 2019 सत्र में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन आस्ट्रेलिया के पिछले दौर पर वह कुछ जूझ रहा था।' उन्होंने कहा, 'शतक जड़ने के बाद राहुल आत्मविश्वास से भरा है। मैं उसके साथ पारी का आगाज कराना चाहूंगा और पुजारा को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर नहीं करूंगा।'

'मयंक पर राहुल को तरजीह देना अच्छा विचार' 

पूर्व सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने कहा, 'साथ ही मत भूलिए इंग्लैंड (2018) में राहुल ने अपने पिछले टेस्ट में द ओवल में शतक जड़ा था। इसे देखते हुए सलामी बल्लेबाज के रूप में मयंक पर राहुल को तरजीह देना अच्छा विचार हो सकता है।' गावस्कर की यह टिप्पणी भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की इस घोषणा से पहले आई कि सलामी बल्लेबाज अग्रवाल हेलमेट पर मोहम्मद सिराज की शॉर्ट गेंद लगने के कारण पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं। इस महान बल्लेबाज ने साथ ही इंग्लैंड में रिद्धिमान साहा पर आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को तरजीह दी।

गावस्कर ने भारत की जीत की भविष्यवाणी की

गावस्कर ने श्रृंखला में भारत की 4-0 या 3-1 से जीत की भविष्यवाणी की। उन्होंने कहा कि यह मौसम पर निर्भर करेगा। गावस्कर ने कहा कि भारतीय टीम श्रृंखला जीतेगी क्योंकि इंग्लैंड की टीम कमजोर हुई है और उसकी बल्लेबाजी भी मजबूत नहीं है। उन्होंने कहा, 'मेरी भविष्यवाणी एक बार फिर मौसम पर निर्भर करती है, अगर गर्मी रहती है, संभावित 25 में से 22 दिन मौसम गर्म रहता है तो मुझे लगता है कि भारत 4-0 से जीतेगा।' गावस्कर ने कहा, 'अगर मौसम कोई भूमिका निभाता है तो मुझे लगता है कि भारत 3-1से जीतेगा। लेकिन मुझे लगता है कि श्रृंखला भारत जीतेगा क्योंकि इंग्लैंड की टीम कमजोर हुई है और जैसा कि हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में देखा उनकी बल्लेबाजी उतनी मजबूत नहीं है।

 एंडरसन और कोहली के बीच जंग पर भी बोले

गावस्कर ने साथ ही अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और विराट कोहली के बीच जंग में भारतीय कप्तान के हावी होने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, '2018 में कोहली ने जिस तरह सामंजस्य बैठाया, वह अपने आफ स्टंप को लेकर जितना सुनिश्चित था, उसे देखते हुए उसका शॉट चयन शानदार था। मुझे लगता है कि तेज गेंदबाज के रूप में जेम्स एंडरसन की उम्र तीन साल अधिक है और विराट कोहली तीन साल अधिक अनुभवी है और मुझे लगता है कि बल्लेबाज 28-33-34 साल के आसपास अपनी बल्लेबाजी के शीर्ष पर होते हैं। मेरा मानना है कि विराट कोहली 2018 की तरह इस जंग में विजेता रहेगा।' गावस्कर का मानना है कि कोहली और पुजारा का पिछले कुछ समय में टेस्ट शतक नहीं जड़ पाना उनके दिमाग में नहीं होगा।

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