सूरत: कर्नाटक ने तमिलनाडु को सूरत में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में 1 रन के करीबी अंतर से मात देकर लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया। जीत के लिए 181 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तमिलनाडु को अंतिम ओवर में जीत के लिए 13 रन की दरकार थी लेकिन वो केवल 11 रन बना सकी और 1 रन के अंतर से खिताब अपने नाम कर लिया। विजय शंकर ने 27 गेंद में 44 रन की शानदार पारी खेली लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कर्नाटक ने तमिलनाडु के सामने 20 ओवर में 180 रन का स्कोर खड़ा किया। ऐसे में खिताब अपने नाम करने के लिए दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली तमिलनाडु को 181 रन बनाने हैं। कर्नाटक के लिए सबसे ज्यादा 60 रन कप्तान मनीष पांडे ने बनाए। वहीं तमिलनाडु के सबसे सफल गेंदबाज आर अश्विन और मुरुगन अश्निन रहे दोनों ने दो-दो विकेट लिए।
जीत के लिए 181 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तमिलनाडु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। तीसरे ओवर में 26 के स्कोर पर तमिलनाडु ने पहला विकेट सी हरि निशांत के रूप में गंवा दिया। 12 गेंद पर 14 रन की पारी खेलकर वो मोरे की गेंद पर मनीष पांडे के हाथों लपके गए। इसके बाद कर्नाटक ने पांचवें ओवर की पहली गेंद पर दूसरे ओपनर शाहरुख खान को चलता कर दिया। शाहरुख श्रेयस गोपाल की गेंद पर सुचिथ के हाथों लपके गए। उन्होंने 11 गेंद पर 16 रन बनाए।
वॉशिंगटन सुंदर और दिनेश कार्तिक ने संभाला
दो विकेट 37 रन के स्कोर पर गंवाने के बाद वॉशिंगटन सुंदर और दिनेश कार्तिक ने तमिलनाडु की पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 29 रन की साझेदारी की लेकिन नौवें ओवर में 76 के स्कोर पर कप्तान कार्तिक 16 गेंद पर 20 रन बनाकर सुचिथ की गेंद पर स्टंपिंग हो गए। साझेदारी के टूटने के बाद वॉशिंगटन सुंदर भी दसवें ओवर में करियप्पा गौतम की गेंद पर बोल्ड हो गए। सुंदर 19 गेंद में 24 रन बना सके। ऐसे में दो अनुभवी और इन फॉर्म बल्लेबाजों के आउट होने के बाद तमिलनाडु की टीम फिर से परेशानी में आ गई।
4 विकेट 80 रन के स्कोर पर गंवाने के बाद अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए तमिलनाडु को 101 रन की दरकार थी।ऐसे में बाबा अपराजित और विजय शंकर ने अपनी टीम को वापस पटरी पर लाने की कोशिश की। दोनों ने संभलकर और तेजी से रन बनाने की कोशिश की। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। अंतिम 4 ओवर में जीत के लिए 41 रन बनाने थे।
मोरे ने तोड़ी साझेदारी
अपनी टीम 151 रन के पार पहुंचाने के बाद बाबा अपराजित मोरे की गेंद पर बाउंड्री पर मनीष पांडे के हाथों लपके गए। तीन ओवर में जीत के लिए तमिलनाडु को 30 रन की जरूरत थी ऐसे में कप्तान मनीष पांडे ने एक बार मोरे के हाथ में गेंद थमाई और उन्होंने पहली ही गेंद पर बाबा अपराजित को आउट कर दिया। बाबा अपराजित ने 25 गेंद में 40 रन बनाए। उनके आउट होने के बाद अश्निन ने विजय शंकर का साथ देने आए। दोनों ने 19 ओवर में 5 विकेट पर स्कोर को 168 रन पर पहुंचा दिया।
अतिम ओवर में थी 13 रन की दरकार
कप्तान मनीष पांडे ने अंतिम ओवर में जीत हासिल करने के लिए गेंद करियप्पा गौथम के हाथों में थमा दी। उनकी पहली गेंद का सामना अश्निन से था। अश्निन ने पहली गेंद को गेंदबाज के सिर के ऊपर से मारकर बाउंड्री पार चार रन के लिए पहुंचा दिया। इसके बाद उन्होंने अगली गेंद पर भी स्क्वैर लेग बाउंड्री की तरफ चौका जड़ दिया। तीसरी गेंद पर कोई रन नहीं गया। चौथी गेंद को मिड ऑन की दिशा में खेलकर अश्निन ने एक रन ले लिया। इसके बाद स्ट्राइक पर विजय शंकर आ गए। विजय शंकर ने पांचवीं गेंद पर मिडऑन की दिशा में शॉट खेला और वो दूसरा रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। शंकर ने 27 गेंद में 44 रन की पारी खेली। ऐसे में अंतिम गेंद पर जीत के लिए तमिलनाडु को 3 रन की दरकार थी। सामना नए बल्लेबाज मुरुगन अश्विन को करना था। लेकिन वो केवल एक रन बना पाए और कर्नाटक ने 1 रन से जीत हासिल कर खिताब लगातार दूसरी बार अपने नाम कर लिया।
फाइनल मुकाबले में तमिलनाडु के खिलाफ टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कर्नाटक की शुरुआत अच्छी रही। केएल राहुल और देवदत्त पडिक्कल ने तेजी से रन बनाते हुए पहले चार ओवर में 33 रन बना लिए थे। इसके बाद चौथे ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल ने अश्निन की गेंद पर छक्का जड़ कर स्कोर को 39 रन पर पहुंचा दिया। लेकिन इसके बाद लगातार दो गेंद पर अश्निन ने केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को चलता कर दिया। केएल राहुल बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में बाउंड्री पर लपके गए उन्होंने 15 गेंद में 22 रन बनाए। वहीं मयंक फॉलो थ्रू में अश्निन के ही हाथों लपके गए और अपना खाता भी नहीं खोल सके।
जल्दी जल्दी दो विकेट गंवाने के बाद देवदत्त पडिक्कल ने कप्तान मनीष पांडे के साथ पारी को संभाला और रन गति को नीचे नहीं आने दिया। लेकिन 23 गेंद पर 32 रन की पारी खेलन के बाद पडिक्कल वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर बोल्ड हो गए। ये कर्नाटक को लगा बड़ा झटका। जब पडिक्कल आउट हुए तब टीम का स्कोर 3 विकेट पर 87 रन था।
मनीष पांडे और कदंब ने संभाला
3 विकेट गंवाने के बाद कप्तान मनीष पांडे एक छोर थामे रहे। वहीं दूसरे छोर से उन्हें रोहन कदंब का साथ मिला। दोनों ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए टीम को 16.4 ओवर में 150 रन के करीब पहुंचा दिया। इसके एक गेंद बाद मनीष पांडे ने 38 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के जड़े। लेकिन अंतिम क्षणों में तेजी से रन बनाने की कोशिश में कदंब मुरुगन अश्निन की गेंद पर टी नटराजन के हाथों लपके गए उन्होंने 28 गेंद पर 35 रन की पारी खेली।
कदंब के आउट होने के बाद मनीष पांडे का साथ देने करुण नायर आए। ऐसे में दोनों ने तेजी से बल्लेबाजी करते हुए टीम को 20 ओवर में रन के स्कोर तक पहुंचा दिया। मनीष पांडे 45 गेंद में 60 रन बनाकर नाबाद रहे। मनीष पांडे ने अपनी पारी में 4 चौके और 2 छक्के जड़े। करुण नायर 8 गेंद में 17 रन बनाकर पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए। उन्होंने एक चौका और एक छक्का जड़ा। वो भी मुरुगन अश्निन की गेंद पर बाउंड्री पर टी नटराजन के हाथों लपके गए।
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