दुबई: टी20 वर्ल्ड कप अब अपने आखिरी पड़ाव पर तक पहुंच गया है। फटाफट संस्करण के विश्व कप के सातवें संस्करण में एक नया चैंपियन मिलना तय हो गया है। क्योंकि इस बार खिताबी भिड़ंत उन दो टीमों के बीच होने जा रही है जिनके बीच 16 साल पहले 17 फरवरी 2005 को अंतरराष्ट्रीय टी20 इतिहास का पहला मैच खेला गया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टी20 क्रिकेट के नए अध्याय का आगाज करने वाली दोनों टीमें आज तक विश्व खिताब अपने नाम नहीं कर सकी हैं।
इंग्लैंड से चुकता किया 2 साल पुराना हिसाब, अब कंगारुओं की बारी
ऑस्ट्रेलिया को 11 साल पहले वेस्टइंडीज में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप के तीसरे संस्करण में खिताब जीतने का मौका मिला था लेकिन उसे पॉल कॉलिंगवुड की कप्तानी वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने ऐसा करने से रोक दिया था। ऐसे में 11 साल बाद जब कंगारू टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे हैं तो उनकी भिड़ंत चिरप्रतिद्वंद्वी और पड़ोसी न्यूजीलैंड के साथ होने जा रही है। जिसे मात देकर साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार कोई आईसीसी खिताब अपने नाम किया था।
खिताबी सूखे को खत्म करने पर ऑस्ट्रेलिया की नजर
ऐसे में आरोन फिंच की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया की नजर जहां पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीतकर 6 साल से चल रहे आईसीसी ट्रॉफी के खिताबी सूखे को खत्म करने होगी। वहीं विश्व क्रिकेट के नए कैप्टन कूल केन विलियमसन की टीम की नजर साल 2019 में वनडे विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड के साथ मिली हार का हिसाब चुकता करने के बाद कंगारुओं से 6 साल पुराना हिसाब बराबर करने पर होंगी। 2015 के वनडे विश्व कप के फाइनल में माइकल क्लार्क की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ब्रेंडन मैकुलम की टीम को खिताब जीतने से रोक दिया था। केन विलियमसन भी उस टीम का हिस्सा थे।
आंकड़ों में कंगारुओं का पलड़ा है भारी
दोनों टीमों के बीच साल 2005 से लेकर अबतक कुल 14 अंतरराष्ट्रीय टी20 मुकाबले खेले गए हैं। जिसमें से ऑस्ट्रेलिया ने 9 में जीत हासिल की है वहीं न्यूजीलैंड की टीम केवल 5 मैच जीत सकी है। इस लिहाज से तो ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। दोनों टीमों ने ज्यादातर टी20 एक दूसरे के घरेलू मैदान पर खेले हैं।
एशिया में केवल एक बार हुआ है आमना सामना
एशिया में दोनों के बीच केवल एक बार भिड़ंत हुई है। वो मुकाबला भी साल 2016 में धर्मशाला में खेला गया था। ऐसे में पिछला रिकॉर्ड ज्यादा मायने नहीं रखता है। जो टीम रविवार को परिस्थितियों के अनुरुप अच्छा प्रदर्शन करेगी जीत उसके हाथ लगेगी। टॉस अहम साबित होगा। क्योंकि दुबई में लक्ष्य का पीछा करके जीत हासिल करना टीमों के लिए आसान रहा है। ऐसे में जो टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करेगी। जीत की ज्यादा संभावना उसी टीम की होगी। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमों ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हैं।
टी20 वर्ल्ड कप में हुई है केवल एक बार भिड़ंत
टी20 वर्ल्ड कप के 14 साल के इतिहास में दोनों टीमों के बीच अबतक केवल 1 बार भिड़ंत हुई है। साल 2016 में धर्मशाला में खेले गए इस मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम 8 रन के करीबी अंतर से विजयी रही थी। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने 8 विकेट पर 142 रन का स्कोर खड़ा किया था। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 9 विकेट खोकर केवल 134 रन बना सकी। कीवी गेंदबाजों ने किफायती गेंदबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को 143 रन के लक्ष्य को हासिल करने से रोक दिया।
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