शोएब अख्तर ने खोला राज, बताया कैसे की थी 100 मील की रफ्तार से गेंदबाजी के लिए तैयारी

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पूरी दुनिया के तेज गेंदबाजों की गति में गिरावट पर चिंता जाहिर करते हुए इसकी वजह बताई है और 100 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने के लिए तैयारी का खुलासा किया है

Shoaib Akhtar
शोएब अख्तर 
मुख्य बातें
  • मौजूदा दौर के तेज गेंदबाजों और नियमों से खुश नहीं है शोएब अख्तर
  • अपने दौर में वो तेज रफ्तार से किस तरह करते थे गेंदबाजी
  • अब बल्लेबाजों के हाथ कैसे चली गई है बाजी

लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को लगता है कि आज के समय में तेज गेंदबाज उतनी तेज गेंदबाजी नहीं करते हैं जितनी उनके समय में होती थी क्योंकि खेल के नियम और कठोरता उन्हें वो मौका नहीं देती। 

अख्तर दुनिया के पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। उन्होंने 2011 में संन्यास ले लिया था। खेल के तीनों प्रारूपों में उनके नाम 444 अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। उन्होंने कहा, दस साल पहले, गेंदबाज 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे और अब वह अचानक से 135 किलोमीट प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने लगे। अब हमारे पास कुछ ही असल गेंदबाज बचे हैं। पहले दक्षिण अफ्रीका के पास अकेले छह होते थे।

अब करियर बचाना चाहते हैं तेज गेंदबाज
अख्तर ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, क्रिकेट के नियम आपको तेज फेंकने की इजाजत नहीं देते हैं, दो नई गेंदें, कई ज्यादा पाबंदियां, ज्यादा क्रिकेट, ज्यादा टी-20 लीग, ज्यादा पैसा, ज्यादा टीवी राइट्स। उन्होंने कहा, खिलाड़ी अब चतुर हो रहे हैं और उनका पैसे पर ज्यादा ध्यान है। वह अपना करियर बचाना चाहते हैं और अपने पैर भी और 10 साल के लिए खेलना चाहते हैं। वहीं मैं जिस सीरीज में खेलता था उसके लिए ही लड़ता था, मैं पूरे दिन लड़ता था।

पूर्व गेंदबाज ने कहा, पहले नियम ज्यादा नरम थे। उस दौर में गेंदबाजों को दो बाउंसर फेंकने पर पाबंदी लगा दी गई थी। इसपर मुझे गुस्सा आ गया था। ऐसे में मुझे लगा कि आप बल्लेबाज को कैसे फंसाओगे? आप कहां से बॉडी लाइन पर गेंदबाजी करोगे? उन्होंने कहा, मुझे उसे बल्लेबाज को मारने की और उसे वापस मेरी धुनाई करने की इजाजत दीजिए। लोग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यही देखना चाहते हैं। मैं सुस्त, स्वच्छ क्रिकेट देख के थक चुका हूं।'



ऐसे की थी 100 मील प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंकने की तैयारी 
शोएब ने आगे कहा, मेरे लिए 100 मीटर प्रति घंटे की सीमा तोड़ना बड़ी बात नहीं थी, यह सिर्फ मीडिया ने हाइप कर दिया था। मुझे इतनी तेज गेंद फेंकने के लिए, शरीर तोड़ने के लिए पैसा नहीं मिल रहा था। लेकिन मुझे लगा कि इस सीमा को मुझे पार करना है और मैंने इसके लिए अभ्यास शुरू कर दिया। 

मैं पीठ पर 170 किलो वजन लेकर भागता था। हर सौ मीटर बाद 20 किलो वजन कम करता जाता था। मैं 26 गज लंबी पिच पर सामान्य रूप से भारी गेंद के साथ गेंदबाजी का अभ्यास करता था। ऐसे में मैं जब 22 गज की पिच पर गेंदबाजी करने आता था तो मेरी रफ्तार में 6 किमी प्रति घंटा( 3.7 मील प्रति घंटा) का इजाफा हो जाता था।  शोएब ने आगे कहा, मैंने निक नाइट के खिलाफ गेंद फेंकने की योजना बनाई। मैंने उससे कहा, मैं तुम्हें चोटिल कर दूंगा तो खुद को गेंद से लाइन से दूर रखना। मैंने उससे कहा कि मैं 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने जा रहा हूं और मैंने उसी गेंद पर ऐसा कर दिखाया। 
(एजेंसी इनपुट के साथ)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

अगली खबर