नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव का कहना है कि विराट कोहली को टी20 विश्व कप के बाद टीम के टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ने का फैसला लेने से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और चयनकर्ताओं से बात करनी चाहिए थी। कोहली ने यह फैसला वर्कलोड मैनेज करने के लिए लिया जो उन पर पिछले पांच-छह वर्षों से था।
खिलाड़ियों का खुद फैसले लेना है हैरानी भरा
1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कपिल ने एबीपी न्यूज से कहा, 'इन दिनों क्रिकेटरों को खुद से फैसले लेते देखना थोड़ा हैरान करने वाला है। मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी को इस तरह के फैसले लेने से पहले चयनकर्ताओं और बोर्ड से बात करनी चाहिए। मुझे थोड़ा अजीब लग रहा है क्योंकि वह एक महान कप्तान और खिलाड़ी हैं। कोहली एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।'
कोहली की ईमानदारी का करना चाहिए सम्मान
कपिल ने कहा कि सभी को कोहली की ईमानदारी का पूरा सम्मान करना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि वह यह समझने में विफल रहे कि कोहली ने बोर्ड से सलाह क्यों नहीं ली। कपिल ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें कोहली के इस फैसले के बारे में उनकी ईमानदारी का सम्मान करना चाहिए कि वह अब कप्तान नहीं रहना चाहते। महेंद्र सिंह धोनी ने भी ऐसा ही किया था। हालांकि, एक बोर्ड आमतौर पर एक खिलाड़ी को बताता है कि क्या करना है लेकिन आजकल खिलाड़ी अपना निर्णय खुद लेते हैं, मैं इसे समझने में विफल रहता हूं।'
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