साउथैम्प्टन: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली रविवार को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में 44 रन बनाकर आउट हुए। कीवी तेज गेंदबाज काइल जेमिसन ने बेहतरीन इनस्विंग पर कोहली को एलबीडब्ल्यू आउट किया। भारतीय कप्तान ने 132 गेंदों में केवल 1 चौके की मदद से 44 रन बनाए। विराट कोहली ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपने स्वभाव से विपरीत प्रदर्शन करते हुए बल्लेबाजी की, लेकिन वह बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो सके। बता दें कि टीम इंडिया की पहली पारी 217 रन पर ऑलआउट हो गई।
कोहली एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे और इसके बाद उनका चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है, जिसने फैंस को हैरत में डाल दिया है। भारतीय कप्तान के शतक का सूखा 45 पारियों तक पहुंच गया है। जी हां, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोहली पिछली 45 पारियों से एक भी शतक नहीं जमा पाए हैं। कोहली ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक बांग्लादेश के खिलाफ डे/नाइट टेस्ट में जमाया था, जो कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया था।
यही नहीं, 1 जनवरी 2020 के बाद विराट कोहली की बल्लेबाजी औसत में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। वैसे, भारतीय कप्तान के टेस्ट करियर की औसत 50 से अधिक की रही है। हालांकि, जनवरी 2020 के बाद से यह बिलकुल आधी होकर 25.53 पर पहुंच गई है। विराट कोहली ने 8 टेस्ट की 13 पारियों में 332 रन बनाए हैं। इस बीच कोहली कई बार अर्धशतक जमाने में सफल हुए, लेकिन शतक का उनका सूखा बरकरार रहा।
बता दें कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में कप्तान विराट कोहली ने अजिंक्य रहाणे के साथ चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी की। यह इस टेस्ट में भारत की तरफ से दूसरी अर्धशतकीय साझेदारी थी। इससे पहले ओपनर्स रोहित शर्मा (44) और शुभमन गिल (28) ने पहले विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की थी।
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