Virat Kohli Interview: भारत के लिये पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरने पर विराट कोहली (Virat Kohli) ने कभी सोचा भी नहीं था कि वह सौ टेस्ट खेलेंगे और अपने करियर के इस ऐतिहासिक मैच की तैयारी में जुटे पूर्व कप्तान ने कहा कि उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि कुछ भी संभव है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना सब कुछ इस खेल को दिया और अभी भी हर मैच से पहले उन्हें बेचैनी होती है। श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाला टेस्ट कोहली के करियर का सौवां टेस्ट होगा।
कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण किया था जिसमें उन्होंने चार और 15 रन बनाये थे। इस दिग्गज बल्लेबाज ने इसके बाद रनों का अंबार लगाने में कोताही नहीं बरती और अभी तक उनके नाम पर सबसे लंबे प्रारूप में 50.39 की औसत से 7962 रन दर्ज हैं। कोहली ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा जारी वीडियो में कहा, ‘‘जीवन के बारे में कोई कयास नहीं लगाया जा सकता । आप कभी सोच भी नहीं सकते कि भविष्य में कितने अद्भुत पल आपके जीवन में आने हैं।’’
ईमानदारी से कहूं..0सोचा नहीं था ऐसा होगा
उन्होंने कहा, ‘‘आपको नहीं पता होता कि भविष्य में क्या होना है । इसलिये अच्छा यह है कि घबराना नहीं है और उसे लेकर हतोत्साहित नहीं होना है। मेरा पूरा जीवन और कैरियर इस बात का उदाहरण है कि कुछ भी हो सकता है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 100 टेस्ट मैच खेलूंगा। यह लंबा सफर रहा है। इन 100 टेस्ट मैच तक पहुंचने के दौरान हमने काफी क्रिकेट खेली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बहुत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो रही है। मैं भाग्यशाली हूं जो कि अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने जा रहा हूं।’’
इसे भी पढ़िएः विराट के सौवें टेस्ट को रोहित ने बताया यादगार सफर, कहा- बतौर टेस्ट कप्तान करूंगा ये काम..
मैदान पर आने जा रहे हैं दर्शक
इस मैच में स्टेडियम में 50 फीसदी दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी गई है और कोहली ने कहा कि यह खास है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि दर्शकों को प्रवेश की अनुमति मिली है। यह खास सुबह होगी । मैं झूठ नहीं बोलूंगा लेकिन बेचैनी होगी । भारत के लिये आखिरी मैच ख्रेलने तक यह बेचैनी रहेगी। जब यह बेचैनी नहीं रहेगी तब समझना कि आपका समय हो चुका है।’’
मैंने अपनी फिटनेस पर बहुत कड़ी मेहनत की है
कोहली से पहले भारत की तरफ से 100 टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और ईशांत शर्मा शामिल हैं। कोहली ने कहा, ‘‘ईश्वर की बड़ी कृपा रही है। मैंने अपनी फिटनेस पर वास्तव में कड़ी मेहनत की है। यह मेरे लिये, मेरे परिवार के लिये, मेरे कोच के लिये बड़ा क्षण है, जो मेरे इस मुकाम तक पहुंचने से बहुत खुश हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैने टेस्ट में यहां तक पहुंचने के लिये काफी मेहनत की है । मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था और हमेशा चाहता था कि खेल का यह पारंपरिक और विशुद्ध रूवरूप जीवित रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप अपने माहौल में कुछ भी प्रभाव छोड़ पाते हैं तो यह गर्व की बात है । मैं बहुत खुशकिस्मत हूं क्योंकि ऐसा मौका लोगों को कम ही मिलता है और मुझे मिला है । मैने इस प्रारूप को अपना सब कुछ दिया है। मैने अपनी पूरी क्षमता से जिम्मेदारी निभाई।’’
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल