पोर्ट ऑफ स्पेन: भारतीय टीम ने शुक्रवार को मेजबान वेस्टइंडीज को रोमांचक मुकाबले में 3 रन के करीबी अंतर से मात दी। इसी के साथ ही टीम इंडिया ने तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने कप्तान शिखर धवन(97), शुभमन गिल() और श्रेयस अय्यर की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 50 ओवर में 308 रन का स्कोर खड़ा किया था। लेकिन जीत के लिए मिले 309 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कैरेबियाई टीम इतने ही ओवर में 6 विकेट पर 305 रन बना सकी और मैच 3 रन के करीबी अंतर से गंवा दिया।
मुश्किल थी बल्लेबाजी, रुककर आ रही थी गेंद
शिखर धवन को उनकी 99 गेंद में 97 रन की कप्तानी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। शतक पूरा नहीं कर पाने पर अफसोस होने के बारे में धवन ने कहा, मुझे इस बात का थोड़ा अफसोस है लेकिन 97 रन बना पाने का संतोष भी है। मैंने अपनी पारी का लुत्फ उठाया। पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था क्योंकि गेंद पिच पर फंसकर आ रही थी साथ ही स्पिन भी हो रही थी। नए बल्लेबाजों के लिए स्थितियां आसान नहीं थीं। ऐसे में जब मैं, शुभमन और श्रेयस बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हम बड़ी साझेदारी करने और बड़ी पारी खेलने के बारे में बात कर रहे थे। क्योंकि बाद में युवा खिलाड़ियों के लिए बल्लेबाजी आसान नहीं होने जा रही थी। लेकिन अंत में हम एक अच्छा स्कोर खड़ा करने में सफल रहे।
नहीं सोचा था कि मैच इतना करीबी हो जाएगा
मैच में हार जीत का फैसला आखिरी गेंद पर होने के बारे में धवन ने कहा, हमारी धड़कनें भी बढ़ गई थीं। हम अच्छी स्थिति में थे और किसी ने नहीं सोचा था कि मैच इतना करीबी हो जाएगा। अंत में वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की। हमने अपने दिमाग को ठंडा रखा। हमें मालूम था कि क्या करना है। फील्डिंग में एक बदलाव किया और फाइन लेग के फील्डर को पीछे भेज दिया। जिसका फायदा हमें हुआ और हम दो तीन बाउंड्री रोकने में सफल हुए जिसका फायदा हमें मिला। हमें इस बात की खुशी है।
गेंदबाजों को दी बड़ी बाउंड्री का फायदा उठाने की सलाह
अंतिम ओवरों में गेंदबाजों के साथ आपकी क्या चर्चा हो रही थी। इसके जवाब में शिखर ने कहा, हमारी चर्चा बड़ी बाउंड्री का फायदा उठाने के बारे में हो रही थी। क्योंकि गेंद में उछाल नहीं होगा और वो लंबे शॉट्स नहीं लगा पाएंगे क्योंकि गेंद भी पुरानी है। ऐसे में जितना हो सके बड़ी बाउंड्री का फायदा उठाओ। उस दौरान हमने फाइन लेग में दो रन दिए। उसे रन आउट में कनवर्ट होना चाहिए था दोनों में से एक भी खिलाड़ी रन आउट हो जाता तो मैच वहीं हमारी पकड़ में आ जाता लेकिन ठीक है। हर दिन आपके लिए परफेक्ट नहीं होता। आप हर दिन कुछ सीखते हैं और हम आगे के मैचों में खुद को और बेहतर करके मैदान में उतरेंगे।
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