क्रिकेट इतिहास के कुछ मुकाबले ऐसे हैं जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। ऐसा ही एक प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच आज से 99 साल पहले खेला गया था, जिसका स्कोरकार्ड ही इतना दिलचस्प था कि जो देखे, वो हैरान रह जाए। इंग्लैंड की प्रतिष्ठित काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप में खेले गए उस मुकाबले ने साबित कर दिया था कि खेल के मैदान पर कुछ भी मुमकिन है और मैच पलटने में देर नहीं लगती।
हम बात कर रहे हैं बर्मिंघम में 1922 की काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप के हैंपशायर-वॉरविकशायर मुकाबले की। दोनों टीमें 14 जून से 16 जून के बीच तीन दिवसीय प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में आमने-सामने थीं। मैच में हैंपशायर की टीम ने वो कर दिखाया था जिसकी किसी ने शुरुआती दो दिनों तक कल्पना भी नहीं की थी।
पहली पारी में वॉरविकशायर
मैच में पहले वॉरविकशायर की टीम बल्लेबाजी करने उतरी। इस पारी के दौरान उनकी टीम के सात खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर सके थे लेकिन उसके बावजूद किसी तरह उन्होंने 223 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। इस दौरान हैंपशायर के दो गेंदबाजों- स्टुअर्ट बॉयस और जैक न्यूमेन ने 4-4 विकेट लेकर समां बांधा था।
हैंपशायर 15 रन पर ऑलआउट
इसके बाद जवाब देने उतरी हैंपशायर की टीम के साथ वो हो गया जिसे देखकर उनसे जुड़ा हर खिलाड़ी शर्मिंदा था। पूरी टीम 8.5 ओवर में महज 15 रन पर सिमट गई। टीम के आठ खिलाड़ी 0 पर आउट होकर पवेलियन लौटे। जबकि फिल मीड ने नाबाद 6 रन, कप्तान लॉर्ड टेनीसन ने 4 रन और विलियम शर्ली ने 1 रन बनाया। इस कहर को अंजाम दिया वॉरविकशायर के दो गेंदबाजों ने- हैरी हॉवेल ने 4.5 ओवर में कुल 7 रन देते हुए 6 विकेट लिए। जबकि फ्रेडी कैलथोर्प ने 4 ओवर में 4 रन देकर 4 विकेट झटके। इनके अलावा किसी अन्य खिलाड़ी को गेंदबाजी करने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
फॉलोऑन खेलने पर किया गया मजबूर
हैंपशायर पहली पारी में वॉरविकशायर द्वारा बनाए स्कोर से काफी पीछे थी इसलिए उनको फॉलोऑन खिलाया गया। लेकिन अचानक हैंपशायर की टीम में ऐसा बदलाव आया जिसको देखकर सब दंग रह गए। कुछ ही समय पहले जो टीम 15 रन पर सिमट गई थी। उसी टीम ने इस पारी में 521 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर डाला। टीम में ज्यॉर्ज ब्राउन ने 172 रनों की पारी खेली जबकि 10वें नंबर पर बैटिंग करने आए वॉल्टर लिव्सी ने नाबाद 110 रनों की पारी खेल डाली। आलम ये था कि जिस हैरी हॉवेल ने पिछली पारी में कुल 7 रन देकर 6 विकेट लिए थे। इस पारी में उनकी गेंदों पर सर्वाधिक 156 रन बना दिए गए।
वॉरविकशायर को मिला 324 रनों का लक्ष्य
जो वॉरविकशायर के खिलाफ कुछ समय पहले तक इस मैच को जीता हुआ मान चुके थे, अब उनके सामने स्थिति पूरी तरह पलट चुकी थी। मैच के अंतिम दिन (16 जून 1922) उनके सामने 324 रनों का लक्ष्य था। फिर वो हुआ जो यादगार किस्सा बन गया। हैंपशायर ने वॉरविकशायर को कुल 158 रनों पर समेटते हुए मैच 155 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया। अंतिम पारी में वॉरविकशायर के 6 खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सके। इस दौरान हैंपशायर की तरफ से जैक न्यूमेन ने 5 विकेट और एलेक्स केनेडी ने 4 विकेट लिए, जबकि 1 विकेट स्टुअर्ट बॉयस ने झटका। इसी के साथ ये मुकाबला प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मिसाल देने वाले मैच के रूप में यादगार बन गया।
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