नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोना वायरस से फंडिंग के लिए भारत पाकिस्तान मैच के आयोजन का सुझाव देने के बाद अब एक और नए विवाद को हवा दे दी है। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें विश्व कप 2019 के बाद ही वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए था लेकिन वो अब बेवजह अपने करियर को खींच रहे हैं। उन्होंने ये भी आशा की कि भारत के इस महान खिलाड़ी को सम्मानजनक विदाई मिलेगी।
अख्तर ने धोनी के संन्यास के बारे में चर्चा करते हुए कहा, उन्होंने अपनी क्षमता के अनुरूप शानदार तरीके से अपने देश की सेवा की। उन्हें सम्मानजनक रूप से क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए। मुझे नहीं मालूम कि वो इसे इतना लंबा क्यों खींच कहे हैं उन्हें तो 2019 के विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था।'
शोएब ने आगे कहा, यदि वो उनकी जगह पर होते तो अब तक संन्यास ले चुके होते। हो सकता है कि दो तीन साल मैं सबसे छोटे फॉर्मेट यानी टी20 में खेलता। मैंने साल 2011 के विश्व कप के बाद खेलना छोड़ दिया क्योंकि मैं अपना शतप्रतिशत योगदान नहीं दे पा रहा था। इसलिए क्यों करियर का ज्यादा खींचना।'
धोनी साल 2019 के वनडे विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल के बाद मैदान पर नजर नहीं आए हैं। वो टीम इंडिया में चयन के लिए अनुपलब्ध थे। धोनी ने पिछले साल जुलाई में विश्व कप सेमीफाइनल के बाद कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है। वह आईपीएल की तैयारियों में जुटे थे लेकिन कोरोना के कारण अब इस टूर्नामेंट पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
अगर वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो उनकी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने की संभावना बनी रहती। अख्तर का मानना है कि धोनी अब अधर में लटके हैं लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा, 'एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए। उन्होंने आपके लिये विश्व कप जीता और भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है। वह बहुत अच्छा इंसान भी है लेकिन अभी लगता है कि वह अधर में लटका है।'
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