नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल फ्रेंचाइजी इस साल टूर्नामेंट का सफल आयोजन कराने के लिए तैयारियों में जुट चुकी हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि फ्रेंचाइजी ने यूएई में खिलाड़ियों के रूकने के लिए विकल्प खोजने शुरू कर दिए हैं, वहीं बीसीसीआई 2 अगस्त को होने वाली अपनी गवर्निंग काउंसिल की बैठक में आईपीएल कार्यक्रम की योजना को विस्तार रूप से बताएगा।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि जीसी बैठक के बाद बोर्ड आईपीएल कार्यक्रम, सुरक्षा और प्रोटोकॉल के साथ-साथ अन्य मामलों की घोषणा करेगा। बीसीसीआई ने हाल ही में पुष्टि की थी कि इस बार टी20 लीग का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराया जाएगा। यूएई में दाखिल होने के लिए खिलाड़ियों को कोरोना वायरस टेस्ट में निगेटिव निकलना जरूरी होगा।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक खिलाड़ियों को टूर्नामेंट की शुरूआत के दो सप्ताह पहले चार टेस्ट से गुजरना होगा। रिपोर्ट में बताया गया कि बीसीसीआई नहीं बल्कि आईपीएल फ्रेंचाइजी वेग्स (वाइव्स एंड गर्लफ्रेंड्स) पर अंतिम फैसला लेंगी। लगभग सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों के परिवार को टूर्नामेंट के दौरान उनके साथ रूकने देने की इजाजत देती हैं। मगर इस बार हालात अलग हैं और अगर वेग्स को साथ में जाने की अनुमति मिलती है, तो उन्हें सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। किसी को भी जैव-सुरक्षित माहौल का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं होगी।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) पहला क्रिकेट बोर्ड है, जिसने कोरोना वायरस महामारी के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट की मेजबानी की। वह जैव-सुरक्षा माहौल का उपयोग करने वाला पहला क्रिकेट देश है। उन्होंने जोफ्रा आर्चर को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया क्योंकि नियमों का उल्लंघन पाया गया था।
एक अधिकारी ने इस रिपोर्ट के हवाले से कहा, 'अगर किसी ने जैव-सुरक्षा का उल्लंघन किया तो वह दोबारा फ्रेंचाइजी से नहीं जुड़ सकेगा। बीसीसीआई फैसला नहीं करेगा कि वेग्स या परिवार के सदस्य खिलाड़ियों के साथ जा सकते हैं या नहीं, हमने यह फैसला फ्रेंचाइजी पर छोड़ा है। मगर हमें प्रोटोकॉल लागू करना होगा, जिसमें सभी, मतलब टीम ड्राइवर्स भी जैव-सुरक्षा को न छोड़े। जब अगले सप्ताह हमारी उनके साथ बैठक होगी तो फ्रेंचाइजी को एसओपी सौंप दिए जाएंगे। अगर उन्हें कुछ परेशानी हुई तो बोर्ड के साथ इस बारे में विचार-विमर्श दोबारा कर सकते हैं।'
आईपीएल फ्रेंचाइजी के सामने कठिन चुनौती ये है कि वह अलग-अलग देशों से अपने विदेशी खिलाड़ियों को कैसे इकट्ठा करेगी। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के पांच खिलाड़ियों को पाबंदी के कारण कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) से अपना नाम वापस लेना पड़ा। कई देशों ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए अपनी सीमाएं बंद कर रखी हैं। इस बीम अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को अब भी भारतीय सरकार से स्पष्टीकरण का इंतजार है। इस सप्ताह की शुरूआत में ईसीबी को बीसीसीआई से उद्देश्य वाला पत्र मिला, लेकिन सरकार से हरी झंडी मिलना बाकी है। याद हो कि 2014 में आईपीएल के 20 मैच यूएई में आयोजित किए गए थे।
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