नई दिल्ली: ओपनर पृथ्वी शॉ विश्व क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। चाहे टी20 प्रारूप हो या टेस्ट, शॉ ने बल्ले से करिश्मा करके दिखाया है, लेकिन उनकी अनिरंतरता के चलते वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। पृथ्वी शॉ को आगामी इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है। टीम इंडिया पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी और इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।
पृथ्वी शॉ को चयन के लिए वजन घटाने को कहा गया है। अपने टेस्ट करियर की धमाकेदार शुरूआत करने वाले शॉ पिछले कुछ समय से खेल के सबसे लंबे प्रारूप में बल्ले से संघर्ष करते हुए नजर आ रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई दौरा योजना के हिसाब से अच्छा नहीं गया और युवा ओपनर को पहले अैस्ट के बाद बेंच पर बैठा दिया गया।
शॉ को इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में नजरअंदाज किया गया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत की और विजय हजारे ट्रॉफी में रिकॉर्ड 800 से ज्यादा रन बनाए। इसके बाद आईपीएल में भी पृथ्वी शॉ ने अपनी बल्लेबाजी से फैंस और क्रिकेट पंडितों का दिल जीता। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के बल्लेबाज को बीसीसीआई ने राष्ट्रीय टीम में दोबारा वापसी के लिए कुछ वजन घटाने को कहा है।
बीसीसीआई के सूत्र ने कहा, '21 साल की उम्र वालों में पृथ्वी शॉ टर्फ पर धीमा है। उसे कुछ किलो वजन और घटाने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया में उसे फील्डिंग में ध्यान लगाने में दिक्कत भी हो रही थी। ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद शॉ ने कड़ी मेहनत की। उनके सामने रिषभ पंत उपयुक्त उदाहरण हैं। अगर पंत कुछ महीनों में चीजें बदल सकते हैं तो पृथ्वी भी कर सकता है।'
यह पहला मौका नहीं है जब किसी खिलाड़ी को इस तरह की सलाह मिली हो। ज्यादा लंबा समय नहीं हुआ है। रिषभ पंत को भी वजन कम करने को कहा गया था। विकेटकीपर बल्लेबाज ने चीजें बदलने के लिए कड़ी मेहनत की। पंत सभी प्रारूपों में अपनी जगह गंवाने वाले थे जबकि अब वह टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बन गए हैं। पृथ्वी शॉ को इसी राह पर चलने की जरूरत है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें IPL 2022 News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।