नई दिल्ली: अपना पहला आईपीएल खेल रहे युवा बल्लेबाज और भारत को अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंचान वाले कप्तान प्रियम गर्ग जब सनराइजर्स हैदराबाद के साथ पहला नेट सेशन कर रहे थे तब टीम के मेंटॉर और धुरंधर बल्लेबाज वीवीएस लक्षमण ने उन्हें सलाह देते हुए कहा था 'फील फ्री।' प्रियम अपने पहले आईपीएल का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। वह इसे एक शानदार मौके के तौर पर देख रहे हैं और कोशिश में हैं कि वह इस मौके का पूरी तरह से फायदा उठा सकें।
जो करते हो वही करो
प्रियम ने यूएई से आईएएनएस से फोन पर बात करते हुए कहा, "मेरी लक्ष्मण सर से काफी बात होती है। जब हमारा पहला नेट सेशन था तब मेरी उनसे काफी बात हुई। वो यही बोल रहे थे कि फील फ्री। कभी भी ऐसा महसूस नहीं करना कि आपका पहला आईपीएल है, आप जो सामान्य रूप से करते हो वही करो। जो भी जरूरत है हमसे आकर बात कीजिए, हम आपकी मदद करेंगे। उन्होंने अपना अनुभव भी मेरे साथ शेयर किया। वो लगातार मुझसे बात कर रहे हैं जिससे मुझे अच्छा लगता है।"
तकनीक का नहीं मानसिकता का खेल है
बल्लेबाजी के पहुलओं पर लक्ष्मण ने क्या सलाह दी? इस सवाल के जवाब में प्रियम ने कहा, "उन्होंने कहा कि तकनीक में आपकी कमी नहीं है। अब यह मानसिकता का खेल है। क्योंकि आप जितना ऊपर जाओगो वहां मानिसकता का ही खेल होगा। इसलिए आप अपनी मानसिकता को कैसे स्तर के हिसाब से ढलते हो, वो जरूरी है।"
नहीं है दर्शकों के नहीं होने से निराश
कोविड-19 के कारण आईपीएल को यूएई में कराया जा रहा है और इसी कारण स्टेडियम में प्रशंसक नहीं होंगे। प्रियम से जब पूछा गया कि क्या वो अपने पहले आईपीएल में प्रशंसकों के न होने से निराश हैं? 19 साल के खिलाड़ी ने कहा, "मुझे किसी तरह का पछतावा नहीं है कि मैं अपना पहला आईपीएल बिना प्रशंसकों के खेलूंगा। मेरे लिए यह मौका है कि मैं अपना पहला आईपीएल खेल रहा हूं। मेरे लिए यह ज्यादा मायने नहीं रखता कि प्रशंसक हैं या नहीं हैं। मेरे लिए मायने रखता है कि मैं कैसे अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकता हूं, अपने आप को प्रेरित रख सकता हूं और अपने सीनियर से कैसे सीख सकता हूं, यह ज्यादा जरूरी है।"
लंबे ब्रेक के बाद सबके लिए मुश्किल होगी वापसी
खिलाड़ी कोविड ब्रेक के बाद लंबे अरसे बाद मैदान पर वापसी कर रहे हैं। प्रियम ने कहा कि दो से तीन सप्ताह खिलाड़ी को अपनी लय में लौटने के लिए काफी हैं। उन्होंने कहा, "यह सभी के लिए मुश्किल होगा। क्योंकि लगातार खेलने से खिलाड़ी लय मे रहता है और सभी क्रिकेट खेल ही रहे थे। फिर पांच-छह महीने घर पर रहे। आप मैच नहीं खेले, अभ्यास नहीं किया सिर्फ ट्रेनिंग, फिटनेस पर ही ध्यान दिया। मुझे लगता है कि किसी भी खिलाड़ी को लय में आने के लिए एक या दो सप्ताह काफी हैं, हां तेज गेंदबाजों को थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।"
यूएई की पिचों में खेलने की हो गई है आदत
यूएई में पिचें भारत की तुलना में थोड़ी धीमी होती है और ऐसे में बल्लेबाजों को परेशानी हो सकती है लेकिन प्रियम ने कहा कि काफी दिन अभ्यास करने के बाद वे पिचों के आदी हो गए हैं इसलिए समस्या नहीं आएगी। उन्होंने कहा, "हम यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं और हम अब पिचों के आदी हो गए हैं। हां, अगर आपके पास समय नहीं होता और आप पहली बार खेल रहे हो तो परेशानी होगी लेकिन जब आप तीन से चार सप्ताह अभ्यास कर चुके हो, पिचों के आदि हो चुके हो तो खिलाड़ियों के लिए यह ज्यादा मुश्किल नहीं होगा।"
नहीं पड़ रहा है इस बात का असर
टीम के कप्तान डेविड वॉर्नर अभी तक टीम के साथ जुड़े नहीं हैं। वह इंग्लैंड में अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ वनडे सीरीज में हिस्सा ले रहे हैं। प्रियम ने कहा कि कप्तान के न होने से अभ्यास में ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है क्योंकि टीम के पास मजबूत और अनुभवी कोचिंग स्टाफ है। उन्होंने कहा, "अभ्यास में अहम रोल कोचिंग स्टाफ का रहता है। हमारे पास काफी अच्छे कोच हैं, ट्रेवर बेलिस सर हैं, लक्ष्मण सर हैं, हैडिन सर हैं, फिल्डिंग कोच बीजू सर हैं इन सभी के रहते अभ्यास, ट्रेनिंग में किसी तरह की परेशानी नहीं आ रही है। सब कुछ अच्छे से हो रहा है।"
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