गैरी कर्स्‍टन ने किया खुलासा, उनकी किस सलाह से विराट कोहली की बल्‍लेबाजी में आया बदलाव

Gary Kirsten on Virat Kohli: गैरी कर्स्‍टन युवा विराट कोहली की बल्‍लेबाजी शैली और क्षमता से काफी प्रभावित थे, लेकिन 2008 में उन्‍होंने कहा था कि कोहली को काफी कुछ सीखने की जरूरत थी।

virat kohli and gary kirsten
विराट कोहली और गैरी कर्स्‍टन 
मुख्य बातें
  • विराट कोहली ने जब 2008 में डेब्‍यू किया तो गैरी कर्स्‍टन टीम इंडिया के हेड कोच थे
  • कर्स्‍टन का हेड कोच के रूप में तीन साल का कार्यकाल 2011 विश्‍व कप खिताब के साथ अंत हुआ
  • कर्स्‍टन ने आईपीएल में दो सीजन के लिए कोहली के नेतृत्‍व वाली आरसीबी की कोचिंग भी की थी

नई दिल्‍ली: टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच गैरी कर्स्‍टन ने खुलासा किया कि जब 2008 में वह पहली बार युवा विराट कोहली से मिले थे, तो उन्‍हें बल्‍लेबाजी के लिए क्‍या महत्‍वपूर्ण सलाह दी थी। विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में डेब्‍यू किया था जब कर्स्‍टन भारतीय टीम के हेड कोच थे। दक्षिण अफ्रीकी ने बताया कि वह युवा बल्‍लेबाज की शैली और क्षमता से काफी प्रभावित थे, लेकिन बल्‍लेबाजी के बारे में कोहली को तब बहुत कुछ सीखने की जरूरत थी।

कर्स्‍टन ने खुलासा किया कि उन्‍होंने कोहली को कुछ सलाह दी थी, जो उनके लिए मददगार साबित हुई और इससे उन्‍हें दिग्‍गज बल्‍लेबाज बनने में मदद मिली। कर्स्‍टन ने यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा, 'हमारा रिश्‍ता तब ऐसा था कि एक युवा खिलाड़ी टीम में आया है। मुझे उनसे यह कहने की कोशिश करनी थी कि उन्‍हें काफी आगे तक जाना है और जिस तरह वह खेल रहे हैं तो आगे बढ़ने के लिए उन्‍हें निरंतर बेहतर प्रदर्शन करना होगा।'

कर्स्‍टन ने आगे कहा, 'जब मैं पहली बार विराट कोहली से मिला, तो उसमें काफी क्षमताएं और प्रतिभा थी और वह युवा भी था। मगर मुझे पता था कि वह अपने सर्वश्रेष्‍ठ तरीके को नहीं आजमा रहा है। इसलिए हमने कई बार बातें की।' कर्स्‍टन ने उस घटना को याद किया जब श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में वनडे सीरीज के दौरान विराट कोहली खराब शॉट खेलकर आउट हुए थे। कर्स्‍टन ने फिर कोहली को एक मूल्‍यवान सलाह दी, जिसके बाद विराट ने शतक जमाया।

कर्स्‍टन की वो सलाह

दक्षिण अफ्रीकी ने कहा, 'मैं वह किस्‍सा कभी नहीं भूल सकता कि जब हम श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रहे थे तो वह (विराट कोहली) अच्‍छी बल्‍लेबाजी कर रहा था और करीब 30 रन बनाकर खेल रहा था। तब उसने बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया और लांग ऑन के सिर के ऊपर से छक्‍के लिए शॉट जमाया। वह आउट हो गया।'

उन्‍होंने आगे कहा, 'मैंने उनसे बस इतना कहा- अगर तुम अपने क्रिकेट को अगले स्‍तर तक ले जाना चाहते हो उस गेंद पर मैदान से सटा हुआ शॉट खेलकर एक रन लेते। तुम्‍हें पता है कि तुम कई गेंदों पर हवा में शॉट खेल सकते है, लेकिन उसमें कई प्रकार की रिस्‍क होती। मेरे ख्‍याल से कोहली ने इस बात को ध्‍यान रखा और कोलकाता में खेले गए अगले मुकाबले में शतक जमा दिया।'

कर्स्‍टन का कोचिंग सफर

गैरी कर्स्‍टन ने भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में तीन साल बिताए। 2011 विश्‍व कप खिताब के साथ उनकी कोचिंग के कार्यकाल का अंत हुआ। कर्स्‍टन के रहते भारतीय टेस्‍ट टीम इतिहास में पहली बार आईसीसी रैंकिंग में नंबर-1 पर पहुंची। कर्स्‍टन के मार्गदर्शन में भारत ने 28 साल का सूखा समाप्‍त करते हुए 2011 विश्‍व कप खिताब जीता। भारत के बाद कर्स्‍टन ने दो साल दक्षिण अफ्रीका के कोच की जिम्‍मेदारी संभाली। उन्‍होंने दो सीजन के लिए आईपीएल में विराट कोहली के नेतृत्‍व वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की भी कोचिंग की।

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