मुजफ्फरनगर : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 17 छात्राओं को नशीला पदार्थ देकर छेड़खानी करने का मामला सामने आया है। ये सभी छात्राएं 10वीं कक्षा में पढ़ती हैं। इन सभी लड़कियों को सीबीएसई के प्रैक्टिकल एग्जाम के बहाने रात में स्कूल में रुकने के लिए कहा गया था। स्कूल में इन लड़कियों को खाने में कतिथ रूप से नशीला पदार्थ मिलाया गया और फिर इसके बाद स्कूल के मालिक ने इन छात्राओं के साथ छेड़खानी की। पुरकाजी इलाके में स्थित इस निजी स्कूल से ये सभी छात्राएं अगले दिन अपने घर लौटीं। पुलिस ने आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है। लापरवाही बरतने के आरोप में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हुई है।
रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि स्कूल में अपने साथ हुई इस घटना के बारे में किसी को न बताने के लिए लड़कियों को कथित रूप से धमकाया गया था। लड़कियों को कथित रूप से धमकी दी गई कि यदि उन्होंने इस बारे में किसी को बताया तो उनके परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी जाएगी। स्कूल में पढ़ने वाली ये लड़कियां गरीब परिवारों से आती हैं।
इनमें से कुछ लड़कियों ने स्कूल की घटना की बात अपने परिजनों को बताई। इसके बाद दो पीड़ित लड़कियों का परिवार पुरकाजी के विधायक प्रमोद उत्वाल के पास पहुंचा। विधायक ने इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव से संपर्क किया, फिर जाकर जांच शुरू हुई। पीड़ित परिवारों का दावा है कि इससे पहले वे अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास कई बार पहुंचे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ-उस स्कूल के मालिक जहां लड़कियां पढ़ती हैं, और उस स्कूल के मालिक जहां प्रैक्टिल एग्जाम के नाम पर छात्राओं को ले जाया गया था, एफआईआर दर्ज किया है। इनमें से एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में पुरकाजी पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी विनोद कुमार सिंह के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हुई है।
मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि तुगहालपुर कम्हेड़ा गांव में नशीला पदार्थ देकर 17 लड़कियों के साथ छेड़खानी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है। लापरवाही बरतने के आरोप में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी जांच शुरू की गई है।