नई दिल्ली : पिछले साल किन्नर एकता जोशी की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। किन्नर जोशी की हत्या के लिए 55 लाख रुपए की सुपारी ली गई थी। इस हत्या को अंजाम देने वाले आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड में 33 साल के गगन भारद्वाज उर्फ गगन पंडित, लाल कुंआ के 19 साल के वरुण उर्फ वीरू की गिरफ्तारी हुई है। गगन पंडित के सिर पर एक लाख और वरुण के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
मुठभेड़ के बाद दो आरोपी गिरफ्तार
ये आरोपी स्कॉर्पियो में सवार एक और अपराध को अंजाम देने वाले थे लेकिन इसके पहले ये पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने दोनों के पास से हथियार एवं कारतूस बरामद किए। गगन के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट सहित कई मामले दर्ज हैं। डीसीपी प्रमोद कुमार कुशवाहा के मुताबिक पांच सितंबर 2020 को स्कूटी सवार दो बमदाशों ने किन्नर एकता की गोली मारकर हत्या कर दी। पूछताछ में गगन पंडित ने बताया कि एकता की हत्या के लिए 55 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी और इस हत्याकांड में सात लोग शामिल थे।
हत्याकांड का मास्टरमाइंड है गगन
गगन ने बताया कि वह इस हत्याकांड का मास्टर माइंड है। उसने बताया कि किन्नरों के एक अन्य समूह के सदस्य मंजूर इलाही उसके पास आया था और किन्नर एकता और उसकी सौतेली मां अनीता जोशी हत्या करने के लिए कहा था। इस हत्या के लिए उसने 55 लाख रुपए की सुपारी दी।
कलेक्शन को लेकर था विवाद
दरअसल, ट्रांसजेंडर एक एक ग्रुप जिसे फरीदाबाद से सोनम और वर्षा नाम की किन्नर लीड करती हैं। इसी समूह को मंजूर इलाही के साथ कमल हेड करती हैं। जीटीबी एंक्लेव से इन चारों किन्नरों का यमुनापार इलाके के कलेक्शन को लेकर विवाद हो गया। यमुनापार इलाके में एकता जोशी और उसकी सौतेली मां अनीता जोशी कलेक्शन करती थीं। पैसे के विवाद को लेकर चारों किन्नरों ने एकता एवं उसकी मां को रास्ते से हटाने के लिए गगन एवं उसके साथियों को 55 लाख रुपए की सुपारी दी। पांच सितंबर 2020 को गनन ने एकता पर छह बुलेट्स दागे थे। इस हमले में एकता की मौत हो गई। इस हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस की कई टीमें लगी थीं।