नई दिल्ली : बिहार के एक मौलवी को यौन उत्पीड़न के आरोप में बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता घरेलू सहायिका बताई जाती है। आरोपी की पहचान रहबार इस्लाम परवेज के रुप में हुई है। उस पर आरोप है कि उसने पीड़िता के साथ शारीरिक शोषण किया था फिर उसे लोहे के गर्म रॉड से जला दिया था।
पुलिस ने मौलवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर के मुताबिक पीड़िता को ज्यादातर घर पर बंद कर रखा जाता था। गर्म लोहे के रॉड से जलाने के बाद भी उसे अस्पताल जाने की इजाजत नहीं दी थी। उसे अपने माता-पिता से भी बात करने की इजाजत नहीं दे रखी थी।
सूचना मिलने पर 20 वर्षीय पीड़िता को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उसके शरीर पर जलने के कई दाग हैं। बताया जाता है कि परवेज की बिहार की एक महिला से शादी हुई है और उसके दो बच्चे हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसने 2016 में बेंगलुरु में एक महिला को घरेलू काम करने के लिए लेकर आया। इसके बदले उसने उसे रहने के लिए अपना घर दिया और सैलरी भी दी। लेकिन इसके कुछ ही दिनों के बाद उसके साथ प्रताड़ना की जाने लगी। पुलिस को शक है कि आरोपी की पत्नी को इन सबके बारे में मालूम था।
आपको बता दें कि धर्म की वकालत करने वाले ऐसे लोगों का नाम इस तरह के वारदातों से जुड़ा हो। इसी साल फरवरी में एक मौलवी ने अलीगढ़ में एक 7 साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न किया था। आरोपी की पहचान मोहम्मद शरीक के तौर पर हुई थी।
वह अलीगढ़ के केला नगर इलाके में स्थित एक मदरसे में कुरान-ए-शरीफ पढ़ाता था। पीड़िता की शिकायत के आधार पर उसके माता-पिता ने पुलिस में मौलवी के खिलाफ केस दर्ज कराया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।