लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच में अधिकारी बनकर और कई युवतियों को अपने जाल में फंसाकर उनसे शादी करने वाले आजमगढ़ के एक विवाहित मुस्लिम व्यक्ति को लखनऊ पुलिस ने धर्म परिवर्तन विरोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया है। आरोपी ने तीन हिंदू महिलाओं को अपनी धार्मिक पहचान छुपाकर शादी में फंसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जांच से पता चला कि आजमगढ़ में एक मुस्लिम महिला से उसकी पहली शादी से उसके सात बच्चे थे।
ऐसे हुआ खुलासा
आरोपी की हरकतों का तब खुलासा हुआ जब शनिवार को एक महिला ने इंदिरा नगर थाने में आदित्य सिंह उर्फ आबिद हवारी के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करायी थी। यूपी पुलिस के एसीपी सुनील कुमार (गाजीपुर) के मुताबिक, महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि आबिद नाम के एक व्यक्ति ने आदित्य सिंह के रूप में उससे दोस्ती की। आरोपी ने महिला के अंतरंग वीडियो ऑनलाइन लीक करने की धमकी देकर उससे शादी कर ली और बाद में, उसने महिला से जबरन इस्लाम धर्म परिवर्तन कबूल करवा लिया।
सात बच्चों का बाप है आबिद
उन्होंने कहा कि बाद में जब महिला को आबिद की सच्चाई पता चली तो उसके होश उड़ गए। उसे पता चला कि आबिद पहले से शादीशुदा था और उसके 7 बच्चे थे। इसी साल फरवरी में आबिद ने एक अन्य हिंदू महिला से हिंदू रीति-रिवाज से फिर शादी की। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया और आरोपी को इंदिरानगर से गिरफ्तार कर लिया गया। इंदिरानगर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी आबिद हवारी, जिसने खुद को पुलिस अधिकारी आदित्य सिंह बताया, उसने उसका यौन शोषण किया और उससे 16 लाख रुपये की जबरन वसूली की। उसने आबिद पर अपने किरायेदारों से जबरन किराया वसूलने का भी आरोप लगाया।
खुद को बताया था क्राइम ब्रांच का इंसपेक्टर
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने पुलिस को सूचित किया कि आबिद उससे पहली बार 2015 में मिला था, जब वह किराए के घर की तलाश में था। उसने खुद को यूपी पुलिस की क्राइम ब्रांच का इंसपेक्टर बताते हुए अपना नाम आदित्य सिंह बताया। उसने पीड़िता को बताया कि वह एक विधुर है और शादी से उसका एक बच्चा है। इसके बाद आबिद ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए महिला को अपने कथित प्यार के जाल में फंसा लिया। कुछ महीने बाद, आदित्य ने आबिद हवारी के रूप में अपनी असली पहचान बताई और उसे अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार उससे शादी करने के लिए कहा। महिला ने कहा कि चूंकि आबिद के पास आपत्तिजनक तस्वीरें थीं, इसलिए उसके पास उसकी शर्तों को मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
हिंदू महिलाओं को फंसाता था जाल में
बाद में, महिला को अपने परिचितों से पता चला कि आबिद ने 21 फरवरी को अर्जुनगंज में एक और महिला से शादी की थी। जांच से जुड़े सूत्रों ने कहा कि आबिद ने एक और महिला को शादी के लिए मजबूर किया था। पीड़िता ने कहा कि "जब मैं आजमगढ़ में आबिद के घर गईतो मुझे पता चला कि वह पहले से ही शादीशुदा था। जिसके सात बच्चे हैं। इसके बाद मैंने आबिद से अपने सारे रिश्ते तोड़ने का फैसला किया तो आबिद ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया।' फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।