इंदौर के बाद रतलाम के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, मंत्री विश्वास सारंग बोले- किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं

हाल ही में इंदौर के एक मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों पर अप्राकृतिक सेक्स के दबाव का आरोप लगाया था। अब इंदौर के बाद रतलाम में रैगिंग का मामला सामना आया है।

Madhya Pradesh, ragging, ratlam news, vishwas sarang
रतलाम के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग 

वैसे तो रैगिंग के ऊपर सख्ती है। किसी भी सीनियर छात्र को इस बात की इजाजत नहीं है कि वो जूनियर छात्रों को परिचय के नाम पर परेशान करे। लेकिन मध्य प्रदेश में रतलाम के एक मेडिकल कॉलेज से रैगिंग का केस सामने आया है। रतलाम के मेडिकल कॉलेज से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें कुछ छात्र कतार में खड़े हैं और एक छात्र उन्हें मार रहा है। जूनियर छात्रों का आरोप है कि सीनियर्स ने रैगिंग के नाम पर उनके ऊपर हाथ उठाया। 

इस तरह की घटना मंजूर नहीं
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि  कानून के मुताबिक रैगिंग पर पूरी तरह प्रतिबंध है। अगर ऐसी कोई शिकायत मिली है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम मामले की जांच करेंगे। इस तरह की घटनाएं बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं हैं।


इंदौर से भी आई थी शिकायत

इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों ने अपने सीनियर्स पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन छात्रों ने यूजीसी की एंटी-रैंगिंग हेल्पलाइन पर दर्ज अपनी शिकायत में कहा कि कॉलेज के कुछ सीनियर्स अमर्यादित एवं अश्लील आचरण एवं 'अननेचुरल सेक्स' करने के लिए उन पर दबाव बना रहे हैं। छात्रों की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। एमजीएमएमसी अधिकारियों के पत्र पर कार्रवाई करते हुए संयोगितागंज पुलिस ने रैगिंग के लिए एमबीबीएस के अनाम छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है। 

अगली खबर