पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान आरजेडी के तेजस्वी यादव नारा लगाते थे कि सीएम नीतीश कुमार थक गए है, अब आप एक ऐसे शख्स से क्या उम्मीद कर सकते हैं। इसके साथ ही बिहार में आपराधिक घटनाओं को लेकर घेरेबंदी की। ये बाल अलग है कि नीतीश कुमार ने करारा जवाब दिया। लेकिन हाल ही में दो आपराधिक घटनाओं से नीतीश सरकार कटघरे में है। राजधानी पटना में इंडिगो स्टेशन मैनेजर की हत्या के करीब 10 दिन बाद बिहार का एक और शहर मोतिहारी गोलियां की गूंज से थर्रा गया। फर्स्ट च्वाइस के अभिषेक सिंह की मोतिहारी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अभिषेक सिंह सेकंड हैंड गाड़ियों का सौदा करते थे। पुलिस के मुताबिक उनका शव पिपराकोठी से NH 28 पर बरामद किया गया।
अभिषेक सिंह का शव उनकी गाड़ी से बरामद
पुलिस ने उनकी लाश को उनकी ही गाड़ी से बरामद किया है, गाड़ी में एक पिस्तौल भी थी। अभिषेक सिंह के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उनका कुछ लोगों के साथ विवाद हुआ था और यह हत्या का मामला है, परिवार के सदस्यों ने इस बात से इनकार किया कि अभिषेक ने आत्महत्या की है, उन्होंने कहा कि हमलावरों ने पिस्तौल को यह दिखाने के लिए छोड़ दिया था कि यह आत्महत्या का मामला है। इस बीच पुलिस मामले की जांच कर रही है और कहा कि वे हत्या और आत्महत्या के कोण पर भी मामले की जांच कर रहे हैं।
विपक्षी सवालों के घेरे में सीएम नीतीश कुमार
बिहार में विपक्षी नेताओं का कहना है कि जिस तरह से राज्य में आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं उससे साफ है कि राज्य सरकार का इकबाल कमजोर पड़ चुका है। अब सवाल यह है कि विपक्ष खासतौर से आरजेडी के निशाने पर नीतीश कुमार क्यों है तो उसका जवाब यह है कि इस समय राज्य के गृह विभाग की जिम्मेदारी नीतीश कुमार खुद संभाल रहे हैं। हाल ही में तेजस्वी यादव ने एक बार फिर कहा कि आप एक थके हुए शख्स से और ज्यादा उम्मीद कर ही नहीं सकते हैं। बिहार में अब सुशासन की जगह कुशासन का राज है।