अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद में दहेज उत्पीड़न का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। आम तौर पर पढ़े-लिखे लोगों से सभ्य व्यवहार की उम्मीद की जाती और ऐसा शख्स जब किसी बड़े ओहदे पर हो तो अपेक्षाएं और भी बढ़ जाती हैं। लेकिन अहमदाबाद में ऐसा वाकया सामने आया है, जो जाहिर करता है कि दहेज लोभी, चाहे वे अफसर ही क्यों न हों, तक किस तरह अमानवीय होते हैं।
यहां भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के एक वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी ने अपने अपने ही पति के खिलाफ उत्पीड़न और हमले का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मूलत: बिहार से ताल्लुक रखने वाली पीड़िता (34) खुद भी एक राष्ट्रीयकृत बैंक में प्रबंधक के रूप में कार्यरत है, लेकिन उसे भी दहेज को लेकर प्रताड़ना झेलनी पड़ी। अहमदाबाद में शिलाज के नजदीक एक पॉश सोसाइटी में रहने वाली इस महिला का कहना है कि चूंकि उसके परिवार ने ससुराल वालों की दहेज की मांग को पूरा नहीं किया, इसलिए उसे प्रताड़ित किया गया।
अहमदाबाद महिला ग्रामीण पुलिस को दी अपनी शिकायत में महिला ने कहा कि उनकी शादी मई 2013 में हुई थी। घरवालों ने दोनों की मुलाकात कराई थी। लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही उनके ससुरालवालों ने दहेज की मांग शुरू कर दी। वे 1 करोड़ रुपये, एक इनोवा कार और आभूषण मांग रहे थे। लेकिन जब उसके घरवालों ने यह देने से इनकार कर दिया तो ससुरालवालों ने दहेज के लिए उसका उत्पीड़न शुरू कर दिया।
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वर्ष 2015 में जब उसके पति को अहमदाबाद में पोस्टिंग मिली, उसके बाद से ससुरालवालों की प्रताड़ना और भी बढ़ गई, जिसमें पति में शामिल रहे। उनलोगों ने 2016 में उसे घर से निकाल दिया, जिसके बाद उसने पुलिस से संपर्क भी किया था। बीच-बचाव के बाद मामला सुलझ गया था। बाद में उन्होंने तलाक के लिए अर्जी भी दी, पर फिर इसे वापस ले लिया।
महिला का कहना है कि इस साल लोगों ने उसके साथ मारपीट भी शुरू कर दी। अप्रैल में उसके पति ने उसे बुरी तरह पीटा और यहां तक कि उसके निजी अंगों पर भी चोट किया। वह लगातार उससे अपने घरवालों की मांग पूरी करने के लिए कहता रहा। इसके बाद उसने पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में दहेज निषेध अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।