अहमदाबाद : अहमदाबाद के शहरकोटडा पुलिस ने 32 वर्षीय एक मनिनगर की एक महिला के खिलाफ केस दर्ज किया है। उस पर अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। उस पर आरोप है कि उसने 22 महीनों की शादी के दौरान पति को अपने साथ संबंध बनाने की अनुमति कभी नहीं दी। इसी से वंचित होकर मानसिक पीड़ा से ग्रस्त होकर उसके पति ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में उसकी पत्नी को आरोपी मानते हुए उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने गीता परमार के खिलाफ एक केस दर्ज कर लिया है। गीता परमार जयंती वकील चॉल की रहने वाली है। 6 अगस्त को मृतक सुरेंद्र सिंह की मां 55 वर्षीय मूली परमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए अपनी बहू पर ये आरोप लगाए। उसने अपने बहू पर अपने बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया।
एफआईआर में मृतक की मां मूली परमार ने बताया कि उसका बेटा सुरेंद्र सिंह रेलवे में कर्मचारी था। उसकी शादी अक्टूबर 2018 में गीता के साथ हुई थी। इसके पहले 2016 में उसकी पहली पत्नी के साथ डायवोर्स हो चुका था। इसके अलावा गीता भी इसके पहले दो पुरुषों को तलाक दे चुकी था।
उसने बताया कि एक बार मैं बेटे के कमरे में गई तो बेटे और बहू दोनों को अलग-अलग बिस्तर पर सोते हुए पाया। जब उसने अपने बेटे से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका अपनी पत्नी के साथ कोई शारीरिक संबंध नहीं है। गीता ने कसम खाई है कि वह अपने पति के साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाएगी।
इसके कारण वह मानसिक तनाव में रहता था क्योंकि वह उसकी पत्नी उसे अपने साथ सोने की इजाजत नहीं देती थी। दोनों के बार इस बात पर कई बार झगड़े भी हुआ करते थे। एक बार ये झगड़ा काफी बढ़ गया जिसके बाद गीता अपने माता-पिता के पास चली गई। इसके बाद सुरेंद्र सिंह ने भी उसका फोन नंबर ब्लॉक कर दिया और फिर वह डिप्रेशन में चला गया।
27 जुलाई को जब परिवार के सदस्य एक शव यात्रा में शामिल होने गए थे तब सुरेंद्र सरसपुर स्थित घर पर अकेला था। जब परिवार के सदस्य घर वापस आए तो उन्होंने सुरेंद्र को कमरे में पंखे से लटकता हुआ पाया।