गैंगस्टर व बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने की कवायद के बीच एंबुलेंस मामले में सुराग लगा है कि जिस एंबुलेंस से मुख्तार अंसारी मोहाली कोर्ट पहुंचा था, वह एंबुलेंस लवारिस हालत में मिली है बताते हैं कि एक अज्ञात शख्स चंडीगढ़ ऊना हाईवे पर लावारिस हालत में एक ढाबे के पास खड़ी करके चला गया है, ये मामला और पेचीदा होता जा रहा है।
इस एंबुलेंस के कागजात फर्जी पाए जाने के बाद यूपी पुलिस इसे बरामद करने के लिए रोपड़ पहुंची जिस जगह से यह एंबुलेंस बरामद की गई वहीं पास में ढाबा मालिकों ने बताया कि इसे कोई व्यक्ति रात में वहां छोड़ कर चला गया था।
गौर हो कि मऊ से बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं और मुख्तार 31 मार्च को मोहाली की कोर्ट में पेश हुआ था, इस दौरान जिस यूपी नंबर की एंबुलेंस से मुख्तार मोहाली कोर्ट गया था, वो एंबुलेंस एक निजी एंबुलेंस थी, जिसका रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में एक निजी अस्पताल के नाम से था इस खबर के बाद से हड़कंप मच गया।
यूपी नंबर वाली एंबुलेंस से मुख्तार के कोर्ट पहुंचने के मामले ने तूल पकड़ने के बाद यूपी पुलिस ने एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन नंबर चेक किया। इस जांच में एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी निकला है। यूपी में अंसारी के खिलाफ कई मामले हैं और वह वांछित है उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में उसे कोर्ट में पेश किया गया था एंबुलेंस से निकलने के बाद वह वीलचेयर पर नजर आया था
एंबुलेंस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्तार अंसारी की ओर से इस्तेमाल की गई एंबुलेंस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा एंबुलेंस के बारे में दी गई सूचना से पता चला कि इसमें लगे दस्तावेज फर्जी थे। मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फर्जी दस्तावेज बनाने वाले लोगों को खिलाफ कार्रवाई होगी। एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्टर अल्का रॉय का नाम दिया गया था रॉय के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। मुख्तार अंसारी एंबुलेंस मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम मऊ पहुंचने के बाद टीम अस्पताल पहुंची और इस मामले में अलका राय से पुलिस ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की है।
पंजाब की जेल में बंद गैंगस्टर एवं बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी को वापस प्रदेश में लाने के लिए बांदा पुलिस सोमवार को रवाना हो गई। मुख्तार पंजाब की रूपनगर जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब सरकार ने गैंगस्टर को यूपी पुलिस को सौंप रही है। जानकारी के मुताबिक मुख्तार को वापस लाने के लिए दो सीओ के साथ लगभग 100 पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई गई है।