कानपुर : बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को लेकर यूपी एटीएस कानपुर पहुंच गई है। मध्य प्रदेश पुलिस ने गुरुवार सुबह विकास को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया। इसके बाद विकास को लेने के लिए यूपी एटीसएस की टीम उज्जैन के लिए रवाना हुई। उज्जैन पहुंचने पर यूपी पुलिस ने विकास से घंटों पूछताछ की और इस पूछताछ में गैंगस्टर ने चौंकाने वाले खुलासे किए। कुछ समय पहले यूपी पुलिस का काफिला झांसी को पार किया।
विकास से हुई पूछताछ
उज्जैन के महाकाल मंदिर में विकास की गिरफ्तारी की बात सुनकर सभी लोग सकते में आ गए क्योंकि एक दिन पहले विकास की मौजूदगी हरियाणा Eaके फरीदाबाद में बताई जा रही थी लेकिन वह अगले दिन उज्जैन में पाया गया। मध्य प्रदेश सरकार ने यूपी सरकार को इस गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी जिसके बाद यूपी एटीएस की टीम विकास को वापस लाने के लिए उज्जैन रवाना हुई। उज्जैन पहुंचने पर टीम ने विकास से घंटों पूछताछ की। इस पूछताछ में उसने सनसनीखेज खुलासे किए।
शवों को जलाना चाहता था विकास
इस दौरान हिस्ट्रीशीटर ने बताया कि बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद वह सुराग मिटाने के लिए उनके शवों को जलाना चाहता था लेकिन समय की कमी के चलते उसे और उसके साथियों को भागना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक विकास ने बताया कि उसने ही अपने सभी साथियों को अलग-अलग भागने के लिए कहा। विकास के मुताबिक सीओ की हत्या उसने नहीं बल्कि उसके साथियों ने की। उसने बताया कि सीओ के साथ उसकी पुरानी खुन्नस थी। गैंगस्टर के मुताबिक चौबेपुर थाने के अलावा इलाके की अन्य पुलिस स्टेशनों की पुलिस से भी उसे सहयोग मिलता रहा है।
उज्जैन पहुंचने पर उठे सवाल
विकास उज्जैन कैसे पहुंचा यह सभी के लिए सवाल बना हुआ है। गुरुवार को विकास की गिरफ्तारी के बाद उज्जैन में लखनऊ के रजिस्ट्रेशन वाली एक कार बरामद हुई। इस कार पर हाई कोर्ट का स्टीकर लगा हुआ था। कार किसी वकील के नाम पर दर्ज है। समझा जाता है कि इस कार के जरिए विकास को उज्जैन तक पहुंचाया गया। कार पर हाई कोर्ट का स्टीकर लगा होने से रास्ते में इसे किसी ने रोका नहीं होगा। महाकाल मंदिर से एक काले रंग का बैग भी बरामद हुआ। बताया गया कि यह बैग विकास का है। यूपी पुलिस ने गुरुवार रात लखनऊ से विकास की पत्नी ऋचा और उसके बेटे को भी हिरासत में लिया।