Reaction on Vikas Dubey Arrest: उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करके फरार आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में महाकाल के दर्शन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया, विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन पूजन के लिए पहुंचा था जहां उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है, मध्य प्रदेश पुलिस की ये बड़ी कामयाबी मानी जा रही है,इसको लेकर लोग खुशी जता रहे है वहीं बॉलीवुड डायरेक्टर शोक पंडित ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा है कि ये योगी सरकार के द्वारा बनाया गया डर ही था जिसके चलते विकास दुबे को अपने बिल से बाहर निकलना पड़ा और वो गिरफ्तार हुआ।
गौरतलब है कि यूपी के कानपुर में डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया। मध्य प्रदेश सरकार ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि दुबे उज्जैन में राज्य पुलिस की हिरासत में है, विकास दुबे पर पांच लाख रुपए का इनाम था, कानपुर की इस वारदात के आठ दिनों बाद दुबे की गिरफ्तारी हुई।
सोशल मीडिया पर विकास दुबे को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं वहीं बॉलीवुड डायरेक्टर ने अशोक पंडित ने इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए योगी सरकार की कार्यशैली को सराहा है, सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर अशोक पंडित का यह ट्वीट खासा वायरल हो रहा है।
वहीं महाकाल मंदिर के पुजारी ने बताया कि जब विकास दुबे रसीद कटवाने के लिए पहुंचा तभी वहां मौजूद कर्मचारी को लगा कि यह विकास दुबे है। शक होने पर मंदिर के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। पुजारी ने बताया कि विकास दुबे गिरफ्त में आने के बाद भागने की कोशिश नहीं की। विकास दुबे को जिन कर्मचारियों ने पकड़ा है उनके पास कोई हथियार नहीं था।
वहीं इस कार्रवाई पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन पुलिस को बधाई दी है। साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धुल जाएँगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है।
दो जुलाई की रात बिकरू गांव में विकास और उसके गुर्गों ने दो पुलिस अधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। विकास और उसके सहयोगियों ने पुलिस के हथियार भी लूटे। इसके बाद विकास और उसके सभी साथी फरार थे। उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास और उसके साथियों को पकड़ने के लिए करीब 60 टीमें बनाई थीं। पुलिस की ये टीमें अलग-अलग जगहों पर छापे मारे लेकिन विकास के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस हिस्ट्री शीटर के बारे में जानकारी देने के लिए यूपी पुलिस ने विकास के सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था।