Manish Gupta’s death in Gorakhpur Case update: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में पिछले महीने सितंबर के अंतिम हफ्ते में एक होटल में पुलिस की छापेमारी के दौरान कानपुर के एक व्यवसायी मनीष गुप्ता की हुई मौत (Manish Gupta’s Death) मामले में फरार आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा को यूपी पुलिस ने संडे को गिरफ्तार कर लिया है।
गौर हो कि यूपी सीएम द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) ने कानपुर के एक व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में कथित हत्या के आरोपी एक निरीक्षक तीन सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल की गिरफ्तारी के लिए सूचना मुहैया कराने पर एक-एक लाख रुपए का नकद इनाम देने की शनिवार को घोषणा की थी।
अन्य आरोपितों की तलाश में गोरखपुर के साथ ही कानपुर जिले की पुलिस छापेमारी कर रही है दरोगा अक्षय मिश्रा के बाराबंकी के स्थित घर में रविवार को एक बार फिर से एसआईटी की टीम ने छापा मारा था।
लेकिन वह वहीं नहीं मिला था इसके पहले एसआईटी ने सभी छह पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपए इनाम की घोषणा की थी।
सूत्रों के मुताबिक बताते हैं कि आरोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा कोर्ट में हाजिर होने की फिराक में थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता काम के सिलसिले में गोरखपुर गए थे यहां रामगढ़ ताल इलाके में वह तीन लोगों के साथ रुके हुए थे इसी दौरान रात में पलिस ने होटल में छापा मारा। पुलिस का दावा है कि इन लोगों ने पुलिस के साथ बदसलूकी की बताया जा रहा है कि विवाद को लेकर पुलिस ने मनीष और उनके साथियों को बुरी तरह पीटा और इस पिटाई में मनीष को गंभीर चोटें लगीं। मनीष की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह गंभीर चोट बताई गई है, मामले में छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
मनीष की पत्नी का एक वीडियो सामने आया था इस वीडियो में उन्होंने न्याय की गुहार लगाई थी, उन्होंने कहा था, 'पुलिस वालों ने मेरे पति का खून किया है,मुझे न्याय दिला दीजिए, मेरी मदद करिए।' इस मामले सीएम योगी ने गंभीरता से लिया सीएम ने मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था ।