रायपुर : जसपुर जिले के एक गांव की पंचायत ने गैंगरेप पीड़िता के खिलाफ अजीबो-गरीब फरमान सुनाया है। पीड़िता का पुलिस के पास जाने की बात पंचायत सदस्यों को नागवार गुजरी और उनका मानना है कि 'इससे गांव की बदनामी हुई।' इसके बाद पंचायत ने पीड़िता पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया। पंचायत सदस्यों का कहना है कि पंचायत ने आरोपियों पर दंड स्वरूप जो 5000 रुपए का जुर्माना लगाया है, उनके इस 'न्याय' को पीड़िता को स्वीकार करना चाहिए था। पंचायत ने दोनों आरोपियों पर पांच-पांच हजार का जुर्माना भी लगाया है।
पुलिस का कहना है कि 23 वर्षीया पीड़ित लड़की ने पंचायत के जुर्माने के बारे में अभी लिखित शिकायत नहीं की है लेकिन उन्होंने पीड़िता की शिकायत पर गौर किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने रेप के दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि गत चार नवंबर को अपने बड़े भाई से झगड़ा होने के बाद पीड़ित लड़की रात गुजारने के लिए अपने एक रिश्तेदार के घर चली गई। वहां संदीप और किशोर नाम के दो युवक काम दिलाने के बहाने उससे मिले।
अगले दिन संदीप और किशोर ने काम दिलाने के बहाने पीड़िता को एक निर्माणाधीन इमारत के पास बुलाया। पीड़िता जब वहां पहुंची तो दोनों ने उसके साथ रेप किया। पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने के बाद दोनों आरोपियों ने धमकी दी कि यदि इस घटना की जानकारी उसने किसी और को दी तो उसे बुरे परिणाम भुगतने होंगे।
पीड़ित जब घर पहुंची तो उसने अपने साथ हुए दुष्कर्म की घटना की जानकारी अपनी मां को दी। पीड़िता का कहना है कि इसकी शिकायत करने वह पुलिस के पास गई। पुलिस का कहना है कि पीड़िता ने केवल मौखिक रूप से बताया कि उसके साथ क्या हुआ। पीड़िता को शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया लेकिन लगता है कि शिकायत दर्ज कराने को लेकर पीड़ित परिवार में हिचकिचाहट है। पीड़ित परिवार यह कहते हुए पुलिस स्टेशन से लौट गया कि वे वापस आकर शिकायत दर्ज कराएंगे।
पीड़ित लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद पंचायत ने इस पर चर्चा के लिए 14 नवंबर को एक बैठक बुलाई। इस पंचायत में लड़की ने अपने साथ हुई रेप की की घटना की जानकारी सबके सामने दी। इसके बाद पंचायत ने दोनों आरोपियों संदीप और किशोर पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया। साथ ही पंचायत ने शिकायत के लिए पंचायत की जगह पुलिस के पास जाने पर पीड़ित लड़की को भी 'समान रूप से अपराधी बताया'।