मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के सोलापुर जिले (Solapur) में एक शख्स ने अपनी ही पत्नी और तीन बेटियों को करीब डेढ़ साल तक घर में कैद करके रखा और इस दौरान वह पत्नी का लगातार यौन उत्पीड़न (Sexual Harrasment) करते रहा। मामले का खुलासा एक कागज के टुकड़े से हुआ जिसके बाद पुलिस आरोपी के घर पहुंची और कैद किए गए सभी लोगों को छुड़ाकर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया।
एक कागज के टुकड़े से आजाद हुई महिला
पुलिस के मुताबिक, मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित महिला किसी तरह अपने घर के बाहर एक एसओएस नोट (खुद को बचाने के लिए मदद की अपील) फेंकने में कामयाब रही। इस कागज के नोट पर एक महिला की नजर पड़ी और उसने जब इसे पढ़ा तो हैरान रह गई और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पंढरपुर शहर पुलिस के निर्भया दस्ते ने घर पर निगरानी रखी और पुख्ता जानकारी होने के बाद आठ से 14 साल की उम्र की लड़कियों और एक महिला को कैद से आजाद करा दिया।
पुलिस ने मारा छापा
एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि पुलिस ने सोमवार को पंढरपुर शहर के ज़ेंडे गुल्ली इलाके में स्थिति एक घर पर छापा मारा और यहां कैद की गई महिला और उसकी बेटियों को छुड़ाया, जबकि उसके पति को आईपीसी के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत धारा 376 (बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया है। आरोपी शख्स अपनी ही पत्नी का यौन उत्पीड़न करता था और बेटियों को भी परेशान करता था।
बेटे को जन्म नहीं दिया तो किया कैद
जांच के दौरान महिला ने पुलिस को बताया कि लड़के को जन्म देने के कारण पति उससे नाराज रहता था और इसी कारण पति ने उसे डेढ़ साल से अधिक समय से घर के एक कमरे में जबरन बंद करके रखा। अधिकारी ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि उसके पति ने उसका यौन उत्पीड़न किया और उसे कई बार गर्भपात कराने के लिए भी मजबूर किया।