Country biggest car thief: पुलिस के मुताबिक अनिल चौहान कारें चोरी कर जम्मू कश्मीर ,नेपाल और उत्तर पूर्व के राज्यों में बेचा करता था वो भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर। इससे पहले अनिल चौहान दो बार गिरफ्तार हो चुका है। अनिल चौहान ने कार चोरी के धंधे से बेहिसाब दौलत कमाई है,उसकी संपत्तियां दिल्ली,मुंबई और उत्तर पूर्वी राज्यों में है।
ऑटो लिफ्टिंग की दुनिया का बेताज बादशाह अनिल चौहान अब दिल्ली की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस के स्पेशल स्टाफ की गिरफ्त में है। अनिल चौहान को पुलिस ने असम से गिरफ्तार किया है। अनिल की कारगुजारियां किसी फिल्मी कहानी से कम नही है, दरअसल अनिल पर करीब 5000 से ज्यादा कारें चुराने का आरोप है।
डीसीपी श्वेता चौहान का कहना है कि , आरोपी अनिल चौहान 27 साल से अपराध की दुनिया मे है और कार चोरी के अलावा उस पर हत्या ,आर्म्स एक्ट और तस्करी के 180 मामलों में शामिल रहा है। हैरानी की बात ये है कि आरोपी अनिल चौहान असम सरकार में क्लास-1 कॉन्ट्रैक्टर भी है।
पुलिस की मानें तो आरोपी अनिल चौहान के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने भी शिकंजा कसा था, ED ने अनिल चौहान के खिलाफ PMLA के तहत रेड कर उसकी प्रॉपर्टी भी जब्त की थी।
उसने कार चोरी के धंधे से बेहिसाब दौलत कमाई है,उसकी संपत्तियां दिल्ली,मुंबई और उत्तर पूर्वी राज्यों में है। 1990 में वो दिल्ली के खानपुर इलाके में रहता था और ऑटो रिक्शा चलाता था। फिर वो अपराध की दुनिया मे आया तो कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। हाल के दिनों में वो हथियारों की तस्करी कर रहा था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अनिल चौहान के पिता आर्मी में थे। अनिल चौहान फिलहाल असम जे तेजपुर में अपना ठिकाना बनाया हुआ था।
हाल के दिनों में अनिल चौहान हथियारों की तस्करी के साथ साथ गेंडें के सींगो की तस्करी कर रहा था। अनिल चौहान के साथ असम में उसकी पत्नी और 7 बच्चे भी रह रहे थे। साल 2015 में अनिल चौहान को एक तत्कालीन विधायक के साथ असम पुलिस ने भी गिरफ्तार किया था। अनिल चौहान की गिरफतरी के दौरान उसके पास से 6 देसी तमंचे और 7 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर ये पता लगा रही है कि वो हथियारों की तस्करी किसके साथ कर रहा था क्या देश विरोधी ताकतों के साथ उसका कोई संबंध तो नही।