चित्रकूट: खूंखार डकैत गौरी यादव का खात्मा हो गया है। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने चित्रकूट में एक मुठभेड़ के दौरान गौरी यादव को मार गिराया है। साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के पास से एसटीएफ को एके 47 सहित कई हथियार मिले हैं। गौरी यादव पर मध्य प्रदेश सरकार ने भी पचास हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। एसटीएफ की टीम के साथ गौरी यादव की भिडंत आज तड़के साढ़े तीन बजे हुई थी।
गौरी यादव के खौफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई इलाकों में उसके नाम से ही दहशत थी। ददुआ और ठोकिया के बाद बीहड़ में गौरी यादव एक बड़ा डकैत बन चुका था। 20 साल पहले जब गौरी यादव ने अपराध जगत में प्रवेश किया था तो वह एक गैंग में शामिल हुआ था और 2005 में उसने अपना अलग गैंग बना लिया। जब ददुआ और ठोकिया मारे गए तो 2009 में गौरी यादव भी गिरफ्तार हो गया बाद में उसे जमानत मिल गई।
गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, फिरौती, अपहरण तथा सरकारी कामकाज में बाधा डालने के करीब 50 मामले दर्ज थे। पुलिस को लंबे समय से गौरी यादव की तलाश थी और दो राज्यों की पुलिस उसकी तलाशी में थी। यूपी और मध्य प्रदेश ने गौरी यादव पर संयुक्त रूप से साढ़े पांच लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। गौरी यादव चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा थाना इलाके के बेलहरी गांव का रहने वाला था।
खबर के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान गौरी यादव के पास से एके 47 सहित कई हथियार भी बरामद हुए हैं। हथियारों में राइफल, कारतूस और अन्य हथियार भी शामिल हैं। दरअसल एसटीएफ को सूचना मिली थी कि गौरी यादव गांव में छिपा है जिसके बाद एसटीएफ ने अपना ऑपरेशन शुरू किया और मुठभेड़ के बाद गौरी यादव को मार गिराया।