नई दिल्ली : प्रगति मैदान के समीप गुरुवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ हुई मुठभेड़ में दो वांछित अपराधी घायल हुए। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया। खास बात यह है कि क्राइम ब्रांच की इस एनकाउंटर टीम में पहली बार किसी महिला पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान सब-इंसपेक्टर प्रियंका जब उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही थीं तो उन्होंने महिला अधिकारी पर गोली चलाई लेकिन बुलेट प्रुफ जैकेट पहनने की वजह से उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
अपराधियों को पकड़ने में निभाई अहम भूमिका
अपर पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेस सिंह ने मीडिया से कहा कि महिला एसआई प्रियंका शुरू से ही इस केस से जुड़ी थीं। उन्होंने कहा, 'प्रियंका ने अपराधियों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई। बदमाशों को पकड़ने के लिए जो टीम बनी थी वह उसका हिस्सा हैं।' पुलिस का कहना है कि गैंगस्टर रोहित चौधरी ने दो साल पहले कथित रूप से साकेत कोर्ट के बाहर हत्या की एक साजिश रची थी और वह यूपी के एक हत्या मामले में भी वांछित था। रोहत दो साल से पुलिस को चकमा देता आ रहा था। उसके सिर पर चार लाख रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस रोहित और उसके साथी प्रवीण की लंबे समय से तलाश कर रही थी। दोनों के ऊपर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण सहित मकोका के तहत केस दर्ज हैं।
बदमाशों ने पुलिस टीम पर की फायरिंग
पुलिस का कहना है कि एनकाउंटर के दौरान छह राउंड गोली चली। इस दौरान अपराधियों के पैर में गोली लगी। पुलिस अधिकारी सिंह ने आगे बताया कि उनकी टीम को इलाके में दोनों अपराधियों के मौजूदगी के बारे में पता चला। जानकारी मिलने के बाद भैरो मार्ग पर उन्हें दबोचने के लिए 'जाल' बिछाया गया। उन्होंने कहा, 'सुबह 4.45 बजे पुलिस ने रिंग रोड की तरफ से आती एक कार को रोकने की कोशिश की लेकिन उसमें बैठे अपराधियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। गनीमत थी कि गोली पुलिसकर्मियों के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी और इस तरह से कोई घायल नहीं हुआ।'
पुलिस ने अपराधियों के पास से दो सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल और कार बरामद की है।