DSP murder : हरियाणा के नूंह में डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की आठ टीमें और 400 जवानों को लगाया गया है। डंपर के क्लीनर को पुलिस ने तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पकड़ से बाहर है। डीएसपी की हत्या के बाद से लोगों में काफी आक्रोश है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा के पुलिस अधिकारी नूंह में डेरा डाले हुए हैं। खुद राज्य के डीजीपी ने मौके पर जाकर मुआयना किया है।
आरोपी के पास देसी कट्टा होने की बात
डंपर के चालक एवं मुख्य आरोपी का नाम मित्तर बताया जा रहा है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस के 400 जवानों को उसके पीछे लगाया गया है। सूत्रों का कहना है कि डीएसपी सिंह ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसके हाथ में देसी कट्टा था और उसने पहले डीएसपी को धमकाया और अपने रास्ते से हट जाने के लिए कहा। लेकिन डीएसपी उसकी बातों में नहीं आए और उसके डंपर के आगे अपनी बुलेरो गाड़ी लगा दी। इसके बाद आरोपी ने उनके वाहन में टक्कर मारी और जब सिंह अपने वाहन से बाहर निकले तो वह उनको रौंदता हुआ आगे बढ़ गया।
खनन माफियाओं से जानकारी जुटा रही पुलिस
अब हरियाणा पुलिस इलाके में सक्रिय सभी खनन माफियाओं से पूछताछ कर आरोपी के बारे में जानकारी जुटा रही है। कहा जा रहा है कि आरोपी सिर्फ ड्राइवर नहीं था। पुलिस अधिकारी ने उससे वाहन के कागज दिखाने के लिए कहा था। पुलिस को लगता है कि वह एक बड़ा अपराधी है। इसीलिए वह अवैध हथियार लेकर चल रहा था और उसने पुलिस को डराने धमकाने की कोशिश की।
Haryana DSP killing: डंपर चालक अभी भी पकड़ से बाहर, 3 जिलों की आठ टीमें दे रहीं दबिश
सीएम खट्टर ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया
पुलिस के अनुसार, सिंह अपनी टीम के साथ तावडू के निकट पचगांव में अरावली पहाड़ियों में अवैध पत्थर खनन पर रोक के वास्ते छापे मारने गये थे और करीब 11 बजकर 50 मिनट पर उन्होंने ट्रक को देखकर रुकने का इशारा किया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।