देश में कोरोना संक्रमण के कहर के बीच सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर नाइट कर्फ्यू जैसे उपाय अपनाये जा रहे हैं लोगों से घरों में बैठने की अपील की जा रही है ताकि बेकाबू होते कोरोना पर कंट्रोल लगाय जा सके। वहीं देश के नागरिकों को कोविड -19 संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन पर भी खासा जोर दिया जा रहा है और 45 पार की उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, ऐसे में राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक अस्पताल से कोरोनो वैक्सीन के चोरी होने का मामला सामने आया है।
बताया जा रहा है कि देश का संभवत: कोरोना वैक्सीन चोरी का ये पहला मामला है, किस्सा दरअसल ये है कि जयपुर के कावंटिया अस्पताल से कोवैक्सीन की 320 डोज चोरी हो गई है, ये मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर ने शास्त्री नगर थाने में वैक्सीन चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
पुलिस के लिए भी ये अनूठा मामला है और पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है वहीं स्वास्थ्य विभाग ये भी जांच करवाएगा कि कहीं वैक्सीन अवैध रूप से लगाने वाला रैकेट तो सक्रिय नहीं हो गया जो कोरोना वैक्सीन की कालाबाजारी कर रहा हो।
शक जताया जा रहा है किअस्पताल के किसी कर्मचारी की मिलीभगत इस वारदात में हो सकती है क्योंकि मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो जिस जगह से ये वैक्सीन चोरी हुई वहां का सीसीटीवी कैमरा ही काम नहीं कर रहा था ऐसे में इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या में हो रहा है इजाफा
गौर हो कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के साथ-साथ अस्पतालों में संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ रही है। वहीं राज्य में प्रतिदिन संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हालात अभी नियंत्रण में हैं लेकिन जिस रफ्तार से रोजाना नए मामले आ रहे हैं उससे परिस्थितियां बिगड़ सकती हैं।
एक ही दिन में 5,528 नए मामले सामने और 28 लोगों की मौत भी
राज्य में मंगलवार को एक ही दिन में 5,528 नए मामले सामने आये और 28 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अभी तक कुल 3,75,092 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि संक्रमण से 2,979 लोगों की मौत हुई है।राज्य सरकार ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 60 और उससे अधिक बिस्तरों वाले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये 25 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने के निर्देश नौ अप्रैल को जारी किये थे। मुख्यमंत्री गहलोत ने देश में कोरोना के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि संक्रमण विकराल रूप ले चुका है।
(सभी फोटो-प्रतीकात्मक)