लखनऊ : हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या मामले में मुख्य शूटर गिरधारी को लखनऊ पुलिस ने मार गिराया है। पुलिस का कहना है कि सोमवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में गिरधारी मारा गया। पुुलिस के मुताबिक गिरधारी विभूति खंड में पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई।
पूछताछ के लिए वाराणसी से लेकर आई थी पुलिस
गिरधारी के नाम से मशहूर कन्हैया विश्वकर्मा अजीत सिंह हत्या मामले में कथित रूप से संलिप्त था और लखनऊ पुलिस पूछताछ के लिए उसे वाराणसी से लेकर यहां आई थी। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि गिरधारी ने अपनी 9 एमएम की पिस्टल सेअजीत सिंह पर फायरिंग की थी। सूत्रों का कहना है कि गिरधारी पूर्वी यूपी के एक डॉन का करीबी सहयोगी था और उसने हिस्ट्रीशीटर की हत्या की साजिश रची।
पूर्वांचल के एक डॉन का करीबी सहयोगी था
जांच से जुड़े पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि लखनऊ लाकर उससे अजीत सिंह की हत्या के पीछे वजहों के बारे में पूछताछ की जाएगी। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि अजीत सिंह की हत्या में पू्र्वांचल के डॉन की क्या भूमिका थी।
अपना हुलिया बदलने में माहिर था गिरधारी
पुलिस का कहना है कि हत्या को अंजाम देने के बाद गिरधारी अपना हुलिया बदल लेने में माहिर था। अपराध की दुनिया में उसे 'डॉक्टर, लोहार और दंगाई नाम से भी जाना जाता था।' बता दें कि गत छह जनवरी को गोमतीनगर इलाके के कथौटा क्रासिंग पर बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह (35) की गोली मारकर हत्या कर दी। अगले दिन गिरधारी सहित छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।