मोडासा : गुजरात के अरावली जिले में पेड़ से दलित युवती का शव लटके पाए जाने के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने करीब 1 हफ्ते की कार्रवाई के बाद इन तीनों को रविवार रात रेप व हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों विमल भरवाड, दर्शन भरवाड और जिगर परमार ने खुद ही अरावली जिले के मोडासा तालुका में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि इस वारदात में इनके अलावा अन्य लोग भी शामिल थे जो अभी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। बताया जाता है कि 19 वर्षीय युवती एक जनवरी को मोडासा से निकलने के बाद लापता हो गई थी, बाद में उसका शव 5 जनवरी को उसके पैतृक गांव सायरा में एक पेड़ से लटकता मिला था, जिसके बाद 7 जनवरी को मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई।
इस घटना के बाद पीड़ित के परिजनों और गांव के अन्य दलितों द्वारा दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किये जाने के बाद इस पर एफआईआर दर्ज की गई थी। अरावली के पुलिस अधीक्षक मयूर पाटिल ने कहा, 'हमने रविवार की रात विमल भरवाड, दर्शन भरवाड और जिगर परमार को गिरफ्तार किया है। चौथा आरोपी सतीश भरवाड फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।'
मोडासा गुजरात के अहमदाबाद शहर के 105 किमी की दूरी पर स्थित है। इस हत्या के विरोध में गुजरात में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन में कैंडिल मार्च निकाला गया और दोषियों की तत्काल गिरफ्तार की मांग की गई थी।
शुरुआत में पीड़िता के परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया था उनकी मांग थी कि जबतक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है वे शव को स्वीकार नहीं करेंगे। परिजनों और ग्रामीणों के दबाव पर पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को रविवार रात गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि शव मिलने के पहले युवती पुलिस के पास आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गई थी लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था।