हाथरस केस: घटना के चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू के चौंकानेवाले दावे ,CBI कर रही पूछताछ

क्राइम
रवि वैश्य
Updated Oct 18, 2020 | 16:54 IST

हाथरस केस में सीबीआई की टीम एक बार फिर चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू से पूछताछ कर रही है, छोटू वही शख्स है जिसने चौंकाने वाला बयान दिया है जो खासा अहम माना जा रहा है।

HATHRAS CASE CBI Inquiry
विक्रम उर्फ छोटू ने इस घटना के बारे में जो बयान दिया है वो खासा चौंकाने वाला है 
मुख्य बातें
  • चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू का बयान खासा अहम माना जा रहा है
  • सीबीआई की टीम फिर से उस जगह पर पहुंची जहां ये घटना हुई थी
  • सीबीआई इस घटना के बारे में सभी पहलुओं पर जांच कर रही है

हाथरस केस  (Hathras Case) में सीबीआई (CBI) की जांच जारी है, बताया जा रहा है कि इस मामले में रोज ही नए नए खुलासे हो रहे हैं और मामले में कई मोड़ सामने आ रहे हैं।सीबीआई इस मामले में पिछले 7 दिनों से गहन पूछताछ कर रही है, इसी क्रम में  इस मामले जुड़े चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू का बयान खासा अहम माना जा रहा है कि जिससे सीबीआई गहनता से पूछताछ कर रही है, विक्रम से सीबीआई ने दूसरे दिन भी पूछताछ की, इस मामले की सभी संभावित कड़ियों को लेकर पूछताछ जारी है ताकि मामले की असलियत सामने आ सके।

विक्रम उर्फ छोटू ने इस घटना के बारे में जो बयान दिया है वो खासा चौंकाने वाला है, विक्रम के मुताबिक जब लड़की की चीखने की आवाज सुनाई दी तो वो पास ही में अपने खेत में काम कर रहा था आवाज सुनकर जब वो मौके पर पहुंचा तो देखा कि खेत में लड़की नीचे पड़ी हुई थी और वहां पर लड़की का बड़ा भाई और मां खड़े थे और लड़की के गले पर चोट थी, जिसके बाद वो ये देखकर घबरा गया। फिर ये मामला सबके सामने आया।

विक्रम का बयान पीड़ित परिवार पर ही सवाल उठाता दिख रहा है, सीबीआई इस बारे में सभी पहलुओं पर जांच कर रही है इसी के चलते आज फिर विक्रम से सीबीआई ने दोबारा पूछताछ की है।

सीबीआई ने फिर से मौका-ए-वारदात पर जाकर छानबीन की

सीबीआई की टीम फिर से उस जगह पर पहुंची जहां पीड़िता से गैंगरेप होने की बात कही गई थी, इसे विक्रम के दिए गए बयान से जोड़कर देखा जा रहा है जिसके बाद सीबीआई ने फिर से मौका-ए-वारदात पर जाकर छानबीन की है।सीबीआई इससे पहले पीड़िता की भाभी और मां से भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। 

सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई, यूपी से दिल्ली ट्रांसफर की मांग 

इससे पहले  सुप्रीम कोर्ट ने हाथरस मामले को उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर करने और सीबीआई जांच की निगरानी शीर्ष अदालत या इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा की जानी चाहिए, इस पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। भारत के मुख्य न्यायाधीश  एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की एक पीठ ने कहा था कि वह यह भी तय करेगी कि पीड़ित परिवार और गवाहों को सुरक्षा उत्तर प्रदेश पुलिस प्रदान करेगी या केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल।पीठ ने एक जनहित याचिका (PIL) पर सभी पक्षों के सुझावों को सुनने के बाद अपने फैसले को सुरक्षित रख लिया था।

इस याचिका में मांग की गई थी कि कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो और मामले को उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए। पीड़ित परिवार की ओर से पेश वकील सीमा कुशवाहा ने अदालत से कहा कि मामले की सुनवाई को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया जाए। 

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